यमुना और ग्रेनो में खुली रजिस्ट्री, निबंधन विभाग की चांदी

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अगले वित्तीय वर्ष में जिला निबंधन विभाग की राजस्व से झोली भर जाएगी। प्राधिकरणों द्वारा लाई गई स्कीमों के तहत रजिस्ट्री शुरू होने से विभाग को पांच सौ करोड़ से अधिक का राजस्व मिलने की उम्मीद की जा रही है। सबसे अधिक कमाई यमुना विकास प्राधिकरण की स्कीमों से होने जा रहा है।
जिला निबंधन विभाग दो साल से आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। विभाग को शासन से मिला लक्ष्य बड़ी मुश्किल से प्राप्त हो रहा है। जमीन विवाद के चलते विभाग को राजस्व कम मिल रहा है। इस साल वभाग को थोड़ी राहत मिली मगर विभाग 2100 करोड़ रुपए के मिले लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाएगा। अभी विभाग लक्ष्य से काफी पीछे है। अभी दो महीने और बचे हैं, जिसमे विभाग राजस्व जुटाने की कोशिश में जुट गया है। एआईजी स्टाम्प एसएन राय ने बताया कि विभाग के पास अभी ढाई महीने का समय है। इसमे लक्ष्य को पूरा करने की कोशिश की जाएगी। उन्होंने बताया कि विभाग को अगले वित्तीय वर्ष में अच्छा राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है। ग्रेटर नोएडा और यमुना विकास प्राधिकरण द्वारा पूर्व में लाई गई योजनाओं की अब रजिस्ट्री होनी शुरू हो गई है। यमुना विकास प्राधिकरण ने पूर्व में लांच की गई योजनाओं के मानचित्र को स्वीकृत कर दिया है। जिसके बाद प्राधिकरण द्वारा लांच की गई बिल्डिंग योजनाओं के आवंटी रजिस्ट्री करा सकेंगे। एसएन राय ने बताया कि यमुना विकास प्राधिकरण क्षेत्र में करीब 400 एकड़ भूमि की रजिस्ट्री होनी है। जबकि ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण द्वारा ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लांच की गई योजनाओं की भी रजिस्ट्री शुरू हो जाएगी। जिससे विभाग को अच्छा राजस्व मिलने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि यमुना और ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण की योजनाओं से प्राधिकरण को करीब पांच सौ करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है।

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