नई दिल्ली :– दिल्ली में सीसीटीवी कैमरे लगाने के मामले में सियासत तेज हो गई है | भाजपा और कांग्रेस पार्टी सीसीटीवी कैमरे लगाने के मामले में आप पार्टी को घेरना शुरू कर दिया है | जिसको देखते हुए दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल द्वारा शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए गठित समिति को ‘अमान्य’ घोषित कर दिया। जिसके चलते आप पार्टी को जोर से झटका मिला |
वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्री इस प्रोजेक्ट को लागू करने के लिए उपराज्यपाल अनिल बैजल पर दबाव बना रहे हैं। इस मामले में दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आज प्रेस वार्ता करते हुए बताया की दिल्ली सरकार के सभी मंत्री और आम आदमी पार्टी के विधायक सोमवार को उपराज्यपाल के घर का रुख करेंगे और उनके भाजपा के निर्देश पर काम नहीं करने का अनुरोध करेंगे।
साथ मनीष सिसोदिया का कहना है की दिल्ली में बढ़ते अपराध को रोकने के लिए हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगाया जाना था | दिल्ली में सीसीटीवी की तैयारी कर ली थी. बजट दे दिया गया, टेंडर हो गया, बस वर्क आर्डर देने की तैयारी थी. एनडीएमसी में लोकल रेजिडेंट मार्केट एसोसिएशन से बात भी हो गई. पुलिस से भी बातचीत हो गई.पूरी दिल्ली से रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों (आरडब्लूए) की डिमांड आई है.मार्केट एसोसिएशन भी मांग कर रही है.इस मॉडल के तहत वर्क आर्डर देने को तैयारी थी.अब जब ये मौका सामने आ गया तो अब एलजी ने अचानक कमेटी बना डाली , जिससे दिल्ली के सभी आरडब्लूए में काफी रोष है |
उनका कहना है की आज भी दिल्ली के सभी आरडब्लूए के पदाधिकारी मिलने मेरे पास आए , उन्होंने बोला की अगर सीसीटीवी कैमरे पर अगर रोक लग रही है तो सभी दिल्ली के आरडब्लूए के लोग अपने पैसा से सीसीटीवी कैमरा खुद लगा लेंगे | जिससे साफ ये पता चलता है की दिल्ली के अंदर अपराध को रोकने के लिए सीसीटीवी कैमरा को लगाने की कितनी जरूरत है |