देश के नौजवान और युवाओं को भाजपा सरकार ने ठगा हैः आदित्य यादव
Rohit Sharma / Talib Khan
Noida, (20/1/2019): प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय महासचिव व एनपीसीएफ के सभापति आदित्य यादव का सेक्टर-70 में नोएडा महानगर अध्यक्ष शिवराम यादव के आवास पर भव्य स्वागत किया गया। स्वागत के उपरांत आदित्य यादव ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि सपा और बसपा का गठबंधन नेताओं का गठबंधन हुआ है बल्कि मुद्दों का गठबंधन नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि दोनों दलों ने केवल सीट को लेकर गठबंधन की घोषणा की लेकिन यह जनता को नहीं बताया कि यह गठबंधन किन मुद्दों को लेकर है।
उन्होंने कहा कि आज के राजनीतिक दौर में दो दलों के बीच गठबंधन होना कोई गलत बात नहीं है बल्कि वक्त की जरूरत है लेकिन यह गठबंधन नेताओं की बजाये आम जनता के मुद्दों को लेकर किया जाए। उन्होंने कहा कि आज देश में बड़े पैमाने पर किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है।
बेरोजगार युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। देश का दुर्भाग्य है कि आज हमारे देश में 35 प्रतिशत युवा बेरोजगार है। विश्व में सबसे ज्यादा बेरोजगारी भारत के अंदर है। यहां पर 20 वर्ष से लेकर 28 वर्ष तक के 35 प्रतिशत युवा बेरोजगार हैं।
साथ ही उनका कहना है कि उस समय आत्मा आहत होती है जब रेलवे में चतुर्थ श्रेणी के लिए भर्तियां निकलती है और इन भर्तियों में फॉर्म भरने वाले युवाओं के पास एमबीए और मास्टर डिग्री होती है। देश में ऐसे हालात हो गए हैं कि मास्टर डिग्री और एमबीए डिग्री चतुर्थ श्रेणी की नौकरी पाने को आतुर है।
वही उनका कहना है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव को पार्टी ने अधिकृत किया हुआ है कि वह किसी भी दल से गठबंधन करें एवं जो उनका फैसला होगा वह पार्टी का अंतिम फैसला होगा। साथ ही उन्होंने पार्टी के सभी जिला अध्यक्षों और महानगर अध्यक्षों को निर्देश दिया गया है कि वह किसानों की समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय और कचहरी में सक्रिय रहे और किसानों की सभी समस्याओं का समाधान करें।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय महासचिव व एनपीसीएफ के सभापति आदित्य यादव ने बताया कि उनकी पार्टी निरंतर भाजपा का हर स्तर पर विरोध कर रही है। पार्टी जमीन से जुड़े हुए और किसानों से जुड़े मुद्दों को उठाकर आंदोलनरत है।
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर उन्होंने घोषणा की कि नेता मुलायम सिंह यादव अगर मैनपुरी से चुनाव लड़ते हैं तो उनकी पार्टी वहां से कोई प्रत्याशी नहीं उतारेगी। इसके अलावा उत्तर प्रदेश की सभी सीटों पर पार्टी चुनाव लड़ेगी।