APPEAL TO NEWLY ELECTED MCD DELHI COUNCILLORS BY BJP LEADER VIVEK GARG, ADVOCATE #mcdelections @arvindkejriwal @manojtiwarimp

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From:- Vivek Garg, Advocate

दिल्ली के जीत कर आये सभी निगम पार्षद ध्यान दे:-

जब जनता आपको पार्षद की या कोई अन्य कुर्सी देती है तो ये बात साफ़ तौर पर अपने दिमाग में डाल लीजिये कि आप किसी पार्टी के पार्षद नही बनते वरन् जनता के पार्षद यानी जनता के नौकर (Public Servant) बनते है। विकास कार्यो के लिए जो फंड आपको मिलता है वो जनता की खून-पसीने की कमाई का होता है ना कि आपका अपना या किसी पार्टी का।

जनता को कमज़ोर या बेवकूफ ना समझे क्योंकि ये जनता अगर किसी को कुर्सी पर बैठा सकती है तो नीचे गिराने में भी देर नही लगाती।

यह आपका फ़र्ज़/धर्म बनता है कि आपके पास किसी भी धर्म/जाति/पार्टी का व्यक्ति कोई काम ले कर आता है तो बेहिचक उसकी मदद करें ना कि सत्ता के मद में चूर होकर उसका निरादर करे।
एक चाणक्य अगर चन्द्रगुप्त को सम्राट बनवा सकता है तो उसे रंक भी बनवा सकता है जैसे बिल्ली ने कभी शेर को पेड़ पर चढ़ना नही सिखाया।

ध्यान रखे कि अहंकार व्यक्ति के स्वयं के विनाश और पतन का कारण बनता है और पार्षद की कुर्सी तो सत्ता की सबसे छोटी कुर्सी होती है। किसी भी प्रकार का अहंकार आपके स्वयं के लिए नुकसानदायक साबित होगा।
अगर शत्रु पक्ष या विरोधी पार्टी का व्यक्ति भी आपसे कोई मदद मांगता है या आपको यह स्वयं ज्ञात होता है कि उसको आपकी मदद की जरुरत् है तो बिना घमंड के उसकी बेहिचक मदद करे क्योंकि इससे आपका स्वयं का भी मान सम्मान बढ़ेगा।

भ्रष्टाचार वो कैंसर है जो आपको जेल-पतन- विनाश के सबसे जल्दी और नज़दीक ले कर जाता है। कुर्सी की ऐसी ही माया है कि यह ईमान को गिराने में हर प्रयास करती है और बाद में पछताने का भी मौक़ा नही देती।

हराम के पैसे से सिर्फ विनाश ही हाथ लगता है ना कि कोई विकास। हराम का पैसा सिर्फ आपके घर में बीमारियां-कलेश-विद्रोह-पतन-विच्छेद ही लाता है ना की कोई सुख यह कुदरत का नियम है और कड़वा सत्य।

जिन लोगो ने आपको टिकट दिलाई या जिन कार्यकर्ताओ ने आपको जिताने में अपना व्यापार-परिवार तक छोडा और आपको दिन रात मेहनत करके जिताया उनका अहसान ताउम्र नही भूलना क्योंकि इनके सहयोग के बिना आप आगे एक कदम भी नही चल पाओगे। जो नेता कुर्सी मिलने के बाद इनको भूल जाता है वो कभी दोबारा कुर्सी पर नही बैठता।

जनता और कार्यकर्ताओं का भी यह फ़र्ज़ बनता है कि वो अपने नेता के पास वही काम ले कर जाएँ जो उसके अधिकार क्षेत्र में आता हो या करना सम्भव हो। नाजायज़ काम ले जा कर ना तो नेता को शर्मिन्दा करे और ना ही अपने सम्बन्ध खराब करे। व्यर्थ की निंदा और जलन से बचे जिसका कोई लाभ नही। कोई भी काम या बात कहने से पहले उसकी पुष्टि करें ताकि स्वयं की इज्जत भी बनी रहे।

लिहाज़ा आप सब पार्षदों से यही उम्मीद है कि आप बिना किसी अहंकार और द्वेष के हर किसी की यथासंभव मदद करे ताकि आपकी जीत जनता की जीत बने।
जिस तरह मोदी जी-योगी जी समाज के हर व्यक्ति, देश के लिए काम कर रहे है वही उदाहरण आपने जनता के बीच पेश करना है ना कि लूट खसोट में पड़ कर उनका अपमान और अपना पतन करना है। कई वर्तमान पार्षदों की टिकट कटने का एक बड़ा कारण उनका अहंकार और भ्रष्टाचार भी था।

आपको कुर्सी देकर भगवान/खुदा ने आपको देश/समाज के लिये अच्छा करने का मौक़ा दिया है जिसे आपको गवांना नही।

आप सभी को शुभकामनाये और बधाई।

हाँ यह भी ध्यान दे कि कानूनन शपथ लेंने के 15 दिनों के भीतर हर पार्षद को अपनी/अपने Spouce/Dependents की सम्पति की डिटेल्स निगम सचिव को जमा करवानी पड़ती है अन्यथा पार्षद की सदस्यता स्वयं ही खत्म हो जाती है।

जय हिन्द – भारत माता की जय

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