गौतमबुद्ध नगर के खनन घोटालो पर सीबीआई की टेढ़ी नज़र, की जाएगी जांच

Talib Khan

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Noida, (9/1/2019): गौतमबुद्ध नगर में जिस तरह औद्योगिक क्षेत्र का विकास गति से चलता आ रहा है , उसी तरह कई सारे घोटाले भी इसके साथ बढ़ते जा रहे हैं। इसी तरह खनन माफिया का घोटाला भी गौतम बुध नगर में जोरोशोरों से चल रहा है। हमीरपुर से शुरू हुई सीबीआई जांच अब नॉएडा, ग्रेटर नॉएडा तक आ पहुँची है। कई जगहों पर बालू का खनन अवैध तरीके से किए जाने की आशंका जताई जा रही है।

गौतमबुद्ध नगर में साल 2007 से लेकर साल 2017 तक सर्फ एक स्थान पर खनन का लाइसेंस जारी किया गया था, जबकि करीबन 50 से 60 जगहों पर बिना लाइसेंस के ही बालू का खनन किया जा रहा है। यमुना और हिण्डन नदी के कई स्थानों पर से बालू का खनन किया जा रहा है। आपको बता दे की गौतमबुद्ध नगर की सीमा से यमुना और हिण्डन नदी गुज़र रही है, जिसका फायदा उठाते हुए खनन माफियाओ ने प्रशासन से लाइसेंस लिए बिना ही दोनों नदियों में जमकर बालू खनन किया।



बताया जा रहा है की सपा और बसपा सरकार के शासन के समय पर अवैध तरीके से किये गए खनन को बढ़ावा दिया गया था। सूत्रों की माने तो दोनों ही सरकारों के काल में करीब 1000 करोड़ का खनन घोटाला हुआ था। वही सपा शासन काल में गौतम बुद्ध नगर की तत्कालीन एस डी एम्, दुर्गा शक्ति नागपाल (आई ए एस) ने अवैध खनन को रोकने का प्रयास किया था। सपा सरकार ने उन्हें मस्जिद की दीवार गिराने के बहाने से निलंबित कर दिया था। उनकी जगह पर आये नए एस डी एम्, संजय चौहान ने भी आते ही खनन माफियाओ पर ताबड़तोड़ करवाई शुरू की थी, जिसकी वजह से 16 दिन बाद ही संजय चौहान एस डी एम् पद से हटा दिये गए थे।

इसी तरह बसपा सरकार में भी खनन माफियाओ को खुली छूट दी गयी थी। बसपा और सपा शासन काल में गौतम बुध नगर से प्रतिदिन अवैध खनन के ज़रिये करीब 700 डम्पर बालू चोरी होता था।

दरअसल, नॉएडा और ग्रेटर नॉएडा में 2009 के बाद बिल्डर परियोजनाओ का निर्माण कार्य शुरू हो गया था, जिसकी वजह से बालू की मांग बढ़ गयी थी। खनन माफियाओ ने इस समय का फायदा उठाते हुए अवेध तरीके से बालू का खनन करना शुरू कर दिया था।

बता दे की नदी से बालू निकालने के लिए प्रशासन से अनुमति लेनी पढ़ती है। इसके लिए 33 रूपये प्रति घन मीटर की रॉयल्टी प्रशासन को देनी पढ़ती है।

खासबात यह है की गौतमबुद्ध नगर में बढ़ते अवैध खनन पर प्रशासन की तरफ से लगातार कार्यवाही की गई , लेकिन इसके बाबजूद आज खनन माफियों ने प्रशासन का डर न मानते हुए खनन करने में जुटे रहे | वही अगर कोई भी वहाँ का निवासी खनन का विरोध करता है तो उसको मौत के घाट भी उतार दिया जाता है |

फ़िलहाल खनन के मामले में अब तक हज़ारो करोड़ का घोटाला हो चूका है , जिसकी जाँच अब सीबीआई कर रही है , जिससे साफ हो जायेगा किसकी वजह से गौतमबुद्ध नगर में अवैध खनन बढ़ा |

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