इंश्योरेंस के नाम पर आर्मी के रिटायर्ड अफसरों से ठगी मामले में हुई गिरफ्तारी
Abhishek Sharma
कारगिल युद्ध में दुशमनों से युद्ध कर उन्हें धुल चाटने वाले सेना के रिटायर्ड जवानों व वरिष्ठ अधिकारीयों से आर्मी ग्रुप इंश्योरेंस और सीनियर सिटीजन इंश्योरेंस का लालच देकर लाखों की ठगी करने वाले गिरोह का साइबर क्राइम सेल ने भंडाफोड़ किया है।
आर्मी अधिकारियों से ठगी मामले में 10वीं पास मास्टरमाइंड विश्वजीत 10 अन्य साथियों के साथ ठगी का गिरोह चला रहा था। 2014 से गैंग बनाकर देश के विभिन्न हिस्सों में रह रहे रिटायर्ड अधिकारीयों से करोड़ों की ठगी की वारदात को अंजाम दे चुका है। नॉएडा के सेक्टर-17 में रहने वाले रिटायर्ड मेजर जनरल केके सहगल समेत ठगे जा चुके 3 अन्य अधिकारियों ने सेक्टर-20 स्थित कोतवाली पुलिस को 40 लाख रूपये की ठगी होने की शिकायत दी थी। शिकायत मिलने के बाद जांच में जुटी साइबर क्राइम सेल ने दबिश देकर मंगलवार देर रात ग्रेनो वेस्ट की एक सोसाइटी में दबिश देकर 11 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। एसएसपी डॉ. अजयपाल शर्मा ने बताया की ठगी करने वाले गैंग का लीडर विश्वजीत मिदनापुर पश्चिम बंगाल का मूल निवासी है।
इसके अलावा दिल्ली के वसुंधरा का रहने वाला पवन कुमार भी गिरोह का मास्टरमाइंड है। ठगी गिरोह में शामिल अन्य आरोपितों की पहचान एटा निवासी धर्मेंद्र, उत्तराखंड निवासी मृदुल रावत, नरेला दिल्ली का सचिन तोमर, गाजियाबाद का रहने वाला प्रशांत कुमार, आजमगढ़ निवासी प्रमोद यादव, मुगलसराय निवासी पियूष तिवारी, संभल निवासी संदीप कुमार, बिहार निवासी अभिषेक कुमार, नॉएडा के सेक्टर 55 निवासी कामिल के रूप में हुई है। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपित ग्रेनो वेस्ट स्थित एक सोसाइटी में रह रहे थे। आरोपितों से 3.40 लाख कैश, 11 आधार, 7 पेन कार्ड, 36 मोबाइल, 1 पासपोर्ट, 3 बैंक पासबुक और 5 ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किये गए हैं।