दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने दिया सीलिंग के मुद्दे पर बड़ा बयान। मोनिटरिंग कमेटी के अधिकारियों को बताया भ्रष्ठ
Lokesh Goswami Ten News Delhi :
दिल्ली के चल रही सीलिंग पर विवादों में आये बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी आज सुप्रीम कोर्ट पंहुचे यंहा उन्हें आज एक एफेडेविट जमा करवाना था.कोर्ट की कार्यवाही के बाद सुप्रीम कोर्ट में मनोज तिवारी ने मिडिया से बात करते हुए कहा की दिल्ली में सीलिंग भ्र्ष्ट अधिकारियो की वजह से हो रही है मॉनिटरिंग कमिटी के अधिकारी मनमाने तरीके से किसी भी घर या दुकान को सील कर रहे है उन्होंने कहा की मैंने आज अपना हलपनाम दे दिया है लेकिन मैंने जो सील तोड़ी है मुझे उसका कोई दुःख नहीं है और न ही मैं इस मामले पर माफ़ी मांगूंगा
उन्होंने कहा की हमें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है कुछ लोग हमारे खिलाफ षड़यंत्र रच रहे है.लेकिन हम किसी भी सूरत में हार मानने वाले नहीं है । साथ ही मनोज तिवारी ने कहां की हमने अपने एफिडेविट में साफ-साफ लिखा है की मॉनिटरिंग कमेटी न्यायिक रूप से अपने दायित्वों का पालन नहीं कर रही है पिक एंड चूज कर रहे है दिल्ली की जनता पर पिक एंड चूज के जरिए से अत्याचार कर रही है और अब सीलिंग का मुद्दा सीलिंग उद्योग बन गया है जिस तरह मॉनिटरिंग टीम भ्रष्ट अधिकारियों के साथ मिलकर दिल्ली में काम कर रही है इससे दिल्ली के लोग भयभीत हैं साथी का न्याय की सुनवाई नहीं हो रही है अगर कोई इसके खिलाफ आवाज उठाता है तो उसको ₹1 लाख का ही देना पड़ता है पता नहीं किस कारण से आज मुझे नहीं सुना गया और मुझे अगली डेट दे दी गई साथ ही मनोज तिवारी ने कहा कि कहा कि जिस सीलिंग को हमने थोड़ा था तोड़ा था उसके लिए हमें कोई नोटिस नहीं दिया गया मेरा माफी मांगने का कोई सवाल नहीं होता ना ही उस सीलिंग का कोई आर्डर था मनोज तिवारी ने कहा जब तक यह अत्याचार लोगों के बीच है और केस की सुनवाई नहीं हुई हो जाती तब तक तब तक हम सारी चीजों पर रोक लगनी चाहिए तक माननीय सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला करेगा इस पर हम उसका सर झुका कर सम्मान करेंगे