प्रशासन की शर्तों को मानने पर मिलेगी किसानों को रिहाई

Abhishek Sharma

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Greater Noida (6/11/18) : हाईटेक सिटी बिल्डर के खिलाफ आंदोलन कर रहे कचैड़ा के ग्रामीणों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट पर जमकर प्रदर्शन किया। लोगों ने जेल में बंद किसानों को बिना शर्त रिहा करने, बिल्डर का निर्माण कार्य बंद करवाने और लाठीचार्ज करने वाले प्रशासन और पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। इस मौके पर किसानों ने ऐलान किया है कि बिल्डर ने जो पैसा उन्हें दिया वह वापस करने को तैयार हैं और किसान अपनी जमीन वापस लेना चाहते हैं।
यहां किसानों ने अपनी मांगों को लेकर धरना दिया। किसानों ने कहा कि प्रशासन की मिलीभगत से बिल्डर ने उनकी खड़ी फसल पर जेसीबी चला दी। किसानों और बिल्डर के बीच 2013 में हुए समझौते को लेकर कोर्ट में मामला विचाराधीन है। इसके बावजूद प्रशासन ने उनकी जमीन पर कब्जा दिलवाया है। प्रशासन और पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज कर जेल भेज दिया। किसानों को बिना शर्त जेल से रिहा किया जाए। बिल्डर का निर्माण कार्य बंद करवाया जाए। कांग्रेसी नेताओं ने भी किसानों का समर्थन कर प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए।
डीएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने लेटर भेजकर जमीन पर कब्जा दिलवाने के लिए कहा था। दरअसल, बिल्डर का जमीन पर कब्जा नहीं होने की वजह से फ्लैट खरीदारों को परेशानी हो रही है। उनको तय समय पर कब्जा नहीं मिल पा रहा है। इसके चलते खरीदार बिल्डर पर दबाव बनाने लगे हैं। उधर रेरा भी बिल्डर पर दबाव बनाने लगा है। डीएम ने कहा कि उनकी मंशा किसानों की प्रति गलत नहीं है। सभी के हित को ध्यान में रखते हुए काम किया जा रहा है। जेल में बंद किसान अपनी औपचारिकता पूरी करके बाहर आकर अपनी दिवाली मना सकते हैं। उन्हें प्रशासन की शर्तों को भी मानना पड़ेगा जिसके बाद ही उन्हें रिहा किया जा सकता है।
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