बुलंदशहर में हुये गैंग रेप के मुख्य आरोपी सलीम बावरिया गैंग के सरगना को पकडा गया
Saurabh Shrivastava Tennews
ग्रेटर नोएडा के बुलंदशहर में हुए 29 जुलाई को गैंगरेप कांड में एसटीएफ नोएडा ने गैंग रेप की घटना को अंजाम देने वाले बाबरिया गैंग के सरगना सलीम बावरिया व उसके साथ अन्य दो लोगों को कल रात गिरफ्तार कर लिया। बुलंदशहर गैंगरेप की घटना को अंजाम देने की योजना इस गिरोह ने किठौर में बनायी थी। इसके बाद घटना को अंजाम दिया व वहाँ से गिरोह के सदस्य वापस किठौर पहुंचे और फिर वहां से झारखंड गये।और ये लोग 7 अगस्त को मेरठ के मवाना में आये और इन लोगों की बिजनौर जाने की योजना थी य लोग बिजनोर भागते इससे पहले ही एसटीएफ की टीम ने इन्हें पकड़ लिया।
मेरठ जोन के आईजी सुजीत पाण्डेय ने आज बुलंदशहर गैंग रेप के पकड़े गए आरोपियों को प्रेस कांफ्रेंस में कर सामने लाया और आईजी सुजीत पाण्डेय ने बताया कि एसटीएफ ने गैंगरेप के मास्टर माइंड सलीम बावरिया, साजिद व जुबैर को मवाना से गिरफ्तार किया है। इनके तीन साथी पहले ही पकड़े जा चुके हैं जबकि फाती नामक एक बदमाश अभी फरार है। सलीम के पास से जींस, टी-शर्ट, 3400 रूपए, दो टार्च व मोबाइल फोन बरामद हुआ है। इनके पास से गैंगरेप के बाद पीड़ित महिलाओं से लूटे गये पायल, बिछुआ व बाली आदि भी बरामद हुई है जिसकी पहचान कर ली गयी है।
इन लोगों ने इस इलाके की 27 जुलाई को रेकी की और उसके बाद दोबारा किठौर लौट आये। 29 जुलाई की रात को इन्होंने इस घटना को अंजाम दिया। पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि वह 28 जुलाई को किठौर से हापुड़ तिराहा मिनी बस से आये और फिर वहां से प्राइवेट बस से तहसील चैराहा पहुंचे। उसके बाद इन्होंने अपने मोबाइल फोन बंद कर दिये। तहसील चैराहा से गिरोह के सदस्य बुलंदशहर के भुड़ चैराहा आये जहां इन्होंने लगभग 11.30 बजे तक ठेके पर शराब पी और यहां से यह सभी बदमाश पैदल घटना स्थल पर पहुंचे। और घटना को अंजाम दिया और वहां से भाग निकले। गिरफ्तार किये गये बदमाशों की पहचान के लिए पीड़ित परिवार को थाने बुलाया गया था। इस घटना के खुलासे के लिए पुलिस ने 18 टीमें बनायी थी आईजी ने बताया कि बदमाशों ने बंदूक की नोक पर गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया। जब बदमाश एसेंट कार से महिलाओं को खींच रहे थे तो गाड़ी की अंदर की लाइट जल गयी जिसकी वजह से इन आरोपियों की पहचान पीड़ितों ने तुरंत कर दी। गैंगरेप में पीड़ितों की बुलंदशहर और नोएडा के हायर सेंटर में मेडिकल जांच करायी गयी है। उन्होंने बताया कि पुलिस की पड़ताल यहीं तक नहीं रूकेगी। इस गिरोह में 11 से 12 सदस्य हैं और उनकी भी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। उनकी गिरफ्तारी के बाद कई और राज्यों में हुई घटनाओं का खुलासा हो सकता है