आईईसी कालेज में अंतर्राष्ट्रीय कान्फ्रेंस का आयोजन

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नाॅलेज पार्क स्थित आई.ई.सी. काॅलेज (संस्थान) में शनिवार को एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन ज्ञानोदय-2015 का आयोजन किया गया। सम्मेलन का विषय तकनीकी एवं प्रबंधन क्षेत्र के बदलते परिवेश में विभिन्न पहलू एवं संभावनायें रखा गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्रीमती मीरा कुमार भूतपूर्व लोकसभा अध्यक्षा, संस्थान के निदेशक डाॅ. डी.बी. सिंह, डाॅ. भानु सागर, सीईओ डाॅ. नवीन गुप्ता तथा अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों  से पधारे शिक्षाविदों के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। संस्थान के निदेशक डाॅ. डी.बी. सिंह ने कान्फ्रेंस के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि प्रतिवर्ष संस्थान द्वारा शोध के क्षेत्र में नई उपलब्धियों के अनावरण हेतु ज्ञानोदय सम्मेलन का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष ज्ञानोदय 2015 के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय स्तर की कान्फ्रेंस के आयोजन में संस्थान को विश्व भर से 154 शोध पत्र प्राप्त हुए हैं। अधिकांश शोधकर्ता कान्फ्रेंस के दौरान अपने शोध को साझा करेंगे। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि भूतपूर्व लोकसभा स्पीकर तथा भारत की पहली महिला लोकसभा स्पीकर श्रीमती मीरा कुमार जी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर भारत की मजबूत स्थिति को बनाने के लिये शिक्षाविदों तथा प्रबंधन समुदाय के व्यक्तियों को नयी पहल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम विज्ञान तथा तकनीकी क्षेत्र में नित नये आविष्कार कर रहे हैं परंतु क्या तकनीकी अन्वेषणों के माध्यमों से पर्यावरण को सुरक्षित किया जा सकता है। उन्होंने शिक्षाविदों एवं छात्रों से अपील कि कुछ ऐसा शोध करें जिसके द्वारा हम धूमिल हो रहे नहर,  पर्वत,
हरियाली को भी सुरक्षित कर सकें। उन्होंने युवाओं से नित नये शोध को मूर्त रूप देकर राष्ट्र निर्माण में सहयोग करने की अपील की। कार्यक्रम में जाॅर्ज स्टेट विश्वविद्यालय, अमेरिका के प्रोफेसर डाॅ. विजय वैष्णवी, पेनेसिलवेनिया स्टेट विश्वविद्यालय, अमेरिका के प्रोफसर ने कहा कि भारत में शोध किस प्रकार करनी चाहिये उसे किस प्रकार मूर्तरूप देकर अंजाम तक पहुंचाना चाहिये। इन सभी विषयों का शैक्षिक पाठ्यक्रमों में अत्यधिक अभाव है। इसलिये शोधकर्ताओं की संख्याओं को बढ़ाने के लिये पाठ्यक्रमों में स्नातक स्तर से ही शोध विषय शामिल करने चाहिए।  दिल्ली फार्मेसी काउंसिल के रजिस्ट्रार श्री एस. एल. नासा, फार्मेसी काउंसिल आॅफ इंडिया के भूतपूर्व उपाध्यक्ष श्री पी.पी. शर्मा तथा एनसीआर चैम्बर आॅफ काॅमर्स के अध्यक्ष रिटायर्ड मेजर जनरल एस.के. गुप्ता ने विभिन्न तकनीकी एवं प्रबंधन विषयों पर चर्चा की। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न शिक्षण संस्थानों तथा उद्योग जगत के शोधकर्ताओं ने अपने शोधपत्र के माध्यम से प्रस्तुत किया। संस्थान के विभिन्न तकनीकी सत्र में प्रस्तुत शोधपत्रों में  भविष्य की तकनीकी एवं प्रबंधन रणनीति पर एक रोडमैप को बाहर से आये निर्णायक मंडल द्वारा परखा गया। संस्थान द्वारा 3 सर्वश्रेष्ठ चुने गये शोधपत्रों को 5-5 हजार रुपये की पुरस्कार राशि भी दी गयी। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये प्रोफसर मानस दास, प्रो. विपिन कुशवाहा, प्रो. एस.एन. सिंह तथा समस्त शिक्षकों एवं छात्रों का विशेष योगदान रहा।

 

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