इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स द्वारा नोएडा में हुआ करियर कॉउंसलिंग का आयोजन
नोएडा : देश के बच्चो का भविष्य संवारने के लिए व वाणिज्य शिक्षा के मध्य देश विदेश में परचम लहरा सके । इसी उद्देश्य से आज सेक्टर 62 स्थित भारतीय भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान कन्वेनर करियर काउंसलिंग का आयोजन किया गया । जिसमे नॉवी कक्षा से लेकर बारहवीं तक साथ ही बीकॉम, बीबीए, बीएमएस , । आल सब्जेक्ट के छात्रों हेतु उनके मध्य वाणिज्य शिक्षा को और लोकप्रिय बनाने हेतु ICAI कॉमर्स विजार्ड 2018 करने है रहा है । पंजीकरण से लेकर परीक्षा तक सब ऑनलाइन के जरिये होगा ।
मेंबर सेंट्रल कॉउन्सिल के मुकेश सिंह कुशवाहा ने एक प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि ये परीक्षा दो लेवल में की जाएगी । और पहले स्तर पर बच्चे अपने घर या किसी स्थान से सुविधाजनक तरीके से ऑनलाइन परीक्षा दे सकते है । ये परीक्षा 16 दिसंबर 2018 को आयोजित होगी । जिसमें 100 सवाल ( 100 अंक) होंगे समय 75 मिनट होगा ।
वही दूसरा स्तर ये भी परीक्षा ऑनलाइन के जरिये ही होगी । जो नामित केंद्र में होगी । ये परीक्षा 25 दिसम्बर 2018 को होगी इसका समय 90 मिनट का होगा । इसमे 1 लाख बच्चो के आने की उम्मीद है , और इसमे पहला प्राइज 1 लाख रुपये का , व दूसरा प्राइज 50, हजार रुपये का और 2500 बच्चो को 500 रुपये कॉउन्सिल के जरिये दिए जाएंगे । आगे बताया कि कॉमर्स विज़ार्ड 2018 पर जोर देते हुए बताया कि कोमर्सस्ट्रीम में प्रतिभा खोज के लिए उपकरण के रूप में कार्य करेगा। और मेधावी छात्रों को वितीय पुरुस्कार देने के साथ साथ सशक्तिकरण बनाने हेतु संकल्पबद होगा। भारत 2022 में 75वी वर्षगाठ बड़ी धूमधाम से मनाने जा रहा है इसी खुशी में हम एक नई स्कीम ला रहे है । जिसमे डिफेंस व रेलवे कर्मचारियों के बच्चो के लिए है । जिसमे हर साल 75 -75 बच्चो को कॉमर्स विजार्ड्स के जरिये सेलेक्ट करेंगे। वो बच्चे सीए कोर्स जॉइन करेंगे तो 50% फीस हमारा ग्रुप स्पांसर करेगा । इस 75 % बच्चो में गर्लस्टूडेंट को सपोर्ट किया है । हमने अपने संस्थान की 70 वी वर्षगाठ के मौके पर वीमेन पावरमेन्ट को बढ़ावा देने के लिए जीएसटी की जानकारी के साथ साथ अच्छी सर्विस मिल सके । हमारी कोशिश है 50 हजार बच्चियों को जीएसटी जी एजुकेशन दे सके । पांच दिन में चार घंटे के रोजना क्लास लगेगी । जो पूरी तरह से फ्री होगी । जिसके बाद इन बच्चियों को 15 दिन की ट्रेनिग दी जाएगी । आगे चल कर बच्चियां सेल्फडेन्स बन सके ।।