जेवर एयरपोर्ट किसान संघर्ष समिति का काफिला पहुंचा डीएम कार्यालय, धारा-19 में आपत्ति कराई दर्ज

Abhishek Sharma

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Greater Noida (06/02/19) : नोएडा ग्रीनफ़ील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट को लेकर आज जेवर के किसान हजारों की संख्या में परीचौक से धरना प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचे। जेवर एयरपोर्ट किसान संघर्ष समिति के नेतृत्व में किसानों की मांगों को लेकर चल रहे धरने ने बड़ा रूप धारण कर लिया। किसान अपनी मांगों को लेकर पिछले 137 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं।


किसानों ने डीएम और यमुना प्राधिकरण पर आरोप लगते हुए कहा कि नोएडा ग्रीनफ़ील्ड एयरपोर्ट की जमीन के लिए पुनर्वासन, पुनर्व्यवस्थापन में सर्किल रेट बढ़ाकर चार गुणा प्रतिकर और पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम वर्ष 2013 धारा-19 के अंतर्गत अधिसूचना समुचित सरकार द्वारा खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन कर किसानों व मजदूरों की जमीन और और घर को छल-बल व असंवैधानिक तरीके से अधिग्रहण करने के विरोध में आपत्ति दर्ज कराने को लेकर डीएम कार्यालय का घेराव किया और अपनी आपत्ति दर्ज कराई।



जेवर एयरपोर्ट किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष अजय प्रताप सिंह ने बताया कि भाजपा की सरकार की तानाशाही से किसानो का बुरा हाल है। किसानों को अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए 4 महीने से अधिक समय हो गया है, लेकिन अभी तक मोदी जी ने किसानों की समस्याओं के बारे में जानना तो दूर की बात है इस ओर उन्होंने ध्यान भी नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि हमारी प्रशासन, प्राधिकरण और सरकार से 4 मांगे है जो कि पूरी नहीं की गई है। प्रस्तावित एयरपोर्ट अर्जित भूमि के क्षेत्र के पुनर्वासन और पुनर्व्यवस्थापन में प्रथम चरण के गाँव दयानतपुर, रोही, रन्हेरा, पारोही, किशोरपुर व बनबारिबास को गाँव से नगरीय क्षेत्र अचानक घोषित करने की क्या आवश्यकता पड़ी थी। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि शासन, प्रशासन व सरकार की मंशा किसान व मजदूरों के प्रति ठीक नहीं है।

उन्होंने आगे कहा कि वर्ष 2015 में दो गांव दयानतपुर व रन्हेरा को नगरीय क्षेत्र घोषित  करने के पश्चात वहां के सर्किल रेट यमुना प्राधिकरण व प्रशासन द्वारा नहीं बढ़ाए गए हैं। ये दोनों गाँव कहने को बेशक नगरीय क्षेत्र लेकिन ये आज भी ग्रामीण है। अर्जित कृषि भूमि में नाली, नाले, चकरोड आज भी हैं। अधिकांश रास्ते खड़ंजों के है। यमुना प्राधिकरण व प्रशासन ने कोई सरकारी भवन व शुद्ध पेयजल आम नागरिकों को मुहैया नहीं कराई गई है।

उन्होंने अपनी मांगे बताते हुए कहा कि सरकार द्वारा किसानों की अर्जित भूमि का प्रतिकर, सर्किल रेट वर्ष 2014 से आज तक नहीं बढ़ाए  गए हैं। उन्होंने कहा कि सर्किल रेट 4 गुना बढ़ाए जाएं जिससे कि रुका हुआ विकास यहाँ पर हो सके। उन्हें भूखंड 20 प्रतिशत, आवासीय भूखंड 100 प्रतिशत, परिवार के सदस्य को नौकरी मिले व दोनों भूखंड दयानतपुर मार्ग पर होने चाहिए।
एडीएम (लैंड) बलराम सिंह ने कहा कि जेवर एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई चल रही है। इसमें 1239 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित करनी है। धारा-19 की अधिसूचना 18 तारिख को लागू हुई थी। धारा-21 पर सुनवाई के लिए प्रशासन ने नोटिस भी जारी किया था कि इन बिंदुओं पर सुनवाई की जाएगी। किसान यहाँ पर अपनी आपत्ति दर्ज कराने आए हैं। किसानों की आपत्ति दर्ज कराई जा रही है। इसके बाद अवार्ड घोषित करने की कार्रवाई होगी जिसमे हम इन आपत्तियों को चयनित किया जाएगा। किसानों की आपत्ति दर्ज करना इस पूरी प्रक्रिया का ही एक हिस्सा है। सभी आपत्ति लेने के बाद किसानों के बिन्दुओ पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
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