अंतरराष्ट्रीय कवि कपिल कुमार की पुस्तक सुनहरे अश्क का हुआ दिल्ली में विमोचन

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Lokesh Goswami | Rohit Sharma New Delhi :

दिल्ली में आज आगमन संस्था का पाँचवा स्थापना दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया | इस कार्यक्रम में पुरे देश के कवि और लेखक शामिल रहे | साथ ही इस कार्यक्रम में संदल -सुंगध काव्य कुम्भ एवं सम्मान समारोह का भी आयोजित किया गया | वही इस कार्यक्रम में कवि कपिल कुमार द्वारा लिखी गयी किताब जिसका नाम है सुनहरे अश्क का विमोचन किया गया |

कवि कपिल कुमार ने अपनी किताब का विमोचन को लेकर आज इस कार्यक्रम में आए सभी गणमान्य लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा की “आँखे क्या है,वो जादू टोना है , सब को बस उनमे फना होना है | सोने सी जुल्फे, हीरे सी आँखे , अश्क सा उनमे जो खरा सोना है “| अपनी कविताओं को सुनाया | साथ ही कवि कपिल कुमार ने अपनी कविताओं से लोगों का मनमोह लिया |

कवि कपिल कुमार ने अपनी एक ऐसी कविता सुनाई जैसे की “लिख कुछ ऐसे आसमान पर की ज़मीन भी तेरे पैरों में हो , सभी कायल हो तेरे लिखने के और चर्चे भी तेरे गैरों में हो ” वही इस कार्यक्रम में आए गणमान्य कवि और लेखकों ने इस कविता को सुनकर जमकर लुफ्त उठाया |

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