महीने भर बाद मलबे से मिला हल्दीराम अग्निकांड के बाद से गायब कर्मचारी का शव, पत्नी ने लगाया नॉएडा पुलिस पर बड़ी-लापरवाही का आरोप !
सौरभ श्रीवास्तव टेन न्यूज़ नॉएडा
- एक माह बाद हल्दीराम फैक्ट्री अग्निकांड मलबे से मिली है कर्मचारी की लाश
- मृतक की पत्नी ने अग्निकांड के तुरंत बाद लिखाई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट
- मृतक की पत्नी ने नॉएडा पुलिस पर आरोप लगाया है कि उसके कहने पर भी पुलिस ने उसके पति के मोबाईल नंबर की लास्ट लोकेशन नहीं ट्रेस की थी।
नॉएडा : पुलिस जहाँ गौतमबुद्ध नगर में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं पर नियंत्रण के लिये आए दिन कोई न कोई नया अभियान चला रही है और अपराधियों से मुठभेड़ कर उनका एनकाउंटर कर गौतम बुद्ध नगर की जनता और सरकार से सराहना बटोरने में लगी है वहीँ नॉएडा पुलिस की असंवेदनशील कार्यशैली का एक नया उदाहरण देखने में आया है।
नॉएडा के सेक्टर 68 ए -11 स्थित हल्दीराम की फैक्ट्री में बीते 6 सितंबर को रात में आग लग गई थी । बता दे की फिक्ट्री में भूतल में नमकीन का उत्पादन होता था और प्रथम तल में पैकेजिंग का काम होता था । आग पर उस रात बड़ी मशक्कत के बाद काबू पाया गया था और दावा किया गया था की सभी कर्मचारियों को शकुशल बाहर निकल लिया गया है।
हालाँकि जिस दिन फैक्ट्री में आग लगी उस दिन से फैक्ट्री में काम करने वाला एक कर्मचारी गायब था ।
कर्मचारी की पत्नी ने थाना फेज तीन में अपने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी ।नॉएडा पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से ना लेते हुए गुमशुदा व्यक्ति की तलाश में कोई कड़ी कार्यवाही नहीं की। लापता कर्मचारी की पत्नी का कहना है की पुलिस से बार बार आग्रह किया कि उसके पति की मोबाईल की लास्ट लोकेशन ट्रेस की जाए पर नॉएडा पुलिस ने वो भी नहीं किया ।
अब लगभग हल्दीराम की फिक्ट्री में आग लगे महीना भर बीत जाने के बाद वहीँ फिक्ट्री के मलबे से लापता व्यक्ति का अधजला हुआ शव मिला है।
नॉएडा पुलिस ने मामले को थोड़ा सा भी गंभीरता से लिया होता और फिक्ट्री में लगी आग के भुझने के बाद मलबे की अच्छे से तलाश करती तो उस व्यक्ति का शव शायद पहले ही मिल गया होता।
अब सवाल ये उठता है कि नॉएडा पुलिस पर आम जनता भरोसा करे तो करे कैसे। नॉएडा पुलिस के इस कृत्य को लापरवाही कहा जाए या असंवेदनशीलता।
गुमशुदगी को लेकर लापरवाही नई नहीं:
पिछले ही माह ऐसे ही एक घटनाक्रम में नोएडा एक म्यूजिक कॉन्सर्ट देखने आए मणिपुर के एक छात्र की मौत के बाद एक थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज होते हुए भी जिले के ही दूसरे थाने की पुलिस ने उसके शव का गुमशुदा बता अंतिम संस्कार कर दिया था।
ऐसे में सवाल उठना लाजमी है की नॉएडा पुलिस गुमशुदगी की घटनाओं को लेकर कितनी संजीदा रहती है। यह हाल उस शहर का है जहाँ कई वर्षो पहले गुमशुदगी के कई मामलों की अनदेखी ने निठारी जैसे बड़ी घटना का रूप ले लिया था।