नॉएडा प्राधिकरण की मदद से कम्पोस्ट मशीन लगा नॉएडा सेक्टर-15 ए ने प्रस्तुत किया कूड़ा निस्तारण का अनुकरणीय मॉडल, बेहद कम व्यय में आपका सेक्टर भी बन सकता है स्वच्छता आइकॉन, पढ़े सम्पूर्ण रिपोर्ट:

ROHIT SHARMA / ASHISH KEDIA

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नॉएडा :– देश के आधुनिक और तेजी से बढ़ते शहरों में कूड़ा निस्तारण एक बड़ी समस्या का रूप ले चूका है। हालाँकि इसको लेकर ठोस अपिष्ट प्रबंधन भारत सरकार द्वारा निर्गीत सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट एन्ड हैंडलिंग रूल 2016 में स्पष्ट गाइडलाइन्स भी दी गई हैं।

सरकार द्वारा अपेक्षा की जाती है की विभिन्न आरडब्लूए और रिहायशी संगठन भी इस विषय में अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन करते हुए अपने द्वारा जनित कूड़े का उद्गम स्थल पर ही निस्तारण करें। इसके लिए विभिन्न छमताओं वाली 50 किलो से लेकर कई टन तक कचरा निस्तारण और उससे खाद तैयार करने की मशीनें बाजार में उपलब्ध हैं।

इस तरह एक कदम और बढ़ाते हुए नॉएडा विकास प्राधिकरण द्वारा भी ऐसी मशीनों को लगाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही। नोएडा में कूड़ा की समस्याओं को निपटाने के लिए प्राधिकरण आरडब्लूए को कम्पोस्ट मशीन लगाने हेतु 75% सब्सिडी भी प्रदान करता है

| नोएडा प्राधिकरण के सहयोग से नोएडा के सेक्टर 15 ए में कूड़ा की समस्याओं को निपटाने के लिए कंपोस्ट मशीन लगाई गई है जिसका उद्घटान विगत 2 जून को केंद्रीय मंत्री एवं सांसद डॉ महेश शर्मा ने किया था |

जहाँ एक तरफ नोएडा में कूड़े- कचरे को लेकर अनेकों तरह के विरोध चल रहे हैं वहीँ नोएडा सेक्टर 15 ए आरडब्लूए ने आगे बढ़ कर जिम्मेदारी को अपने कंधे पर ले एक अनुकरणीय मॉडल प्रस्तुत किया है |

इसको लेकर ज्यादा जानकारी के लिए टेन न्यूज़ की टीम ने नोएडा के सेक्टर 15 ए में लगी कंपोस्ट मशीन का जायजा लिया | साथ ही हमने यह भी समझने की कोशिश की कि आखिर क्या वजह है की नोएडा के कई निवासी इस कंपोस्ट मशीन को अपने सेक्टर्स में लगाने के पक्ष में नजर नहीं आ रहे है |

बातचीत के दौरान नोएडा के सेक्टर 15 ए के अध्यक्ष आनंद शुक्ला ने बताया की कूड़ा से निपटने के लिए सभी निवासियों की सहमति और सहयोग से कंपोस्ट मशीन लगवाई गई है जिसकी लागत करीब 25 लाख थी | जिसका 25 प्रतिशत सेक्टर 15 ए के निवासियों ने भुगतान किया , साथ ही 75 प्रतिशत प्राधिकरण द्धारा वहन किया गया | इस मशीन को लेकर हमारे सेक्टर में भी कुछ लोगो ने विरोध किया , लेकिन जब से मशीन लगी है तो इसका कार्य, छमता और सेक्टर की साफ़ सफाई में इसका अमूल्य योगदान देख कर उनका भी विरोध खत्म हो गया है |

कम्पोस्ट मशीन को लेकर फैली विभिन्न भ्रांतियों के बारे में उनका कहना है की लोगों का मानना था की अगर इस सेक्टर में कंपोस्ट मशीन लगेगी तो बहुत ज्यादा दुर्गंध और आवाज आएगी जिसके कारण आस पास के लोगों का रहना मुश्किल हो सकता है लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ

| खासबात ये है की जिस जगह कंपोस्ट मशीन लगी है , अगर आप वहाँ खड़े हो तो आपको पता भी नहीं चलेगा की कूडा को कंपोस्ट किया जा रहा है | वही इस कंपोस्टमशीन के लगने से इस सेक्टर में पहले से ज्यादा सफाई देखने को मिल रही है, साथ ही यहाँ के निवासी भी काफी खुश है |

वही दूसरी तरफ 15 ए की उपाध्यक्ष स्वाति गौर ने बताया की यह मशीन लगने से बहुत ज्यादा सहूलियत मिल गई है , पहले तो कई बार विभिन्न वजहों से सड़कों पर कूड़ा पड़ा रहता था , जिसके कारण परेशानी का सामना करना पड़ता था परन्तु अब रोज बिना किसी परेशानी के साफ़ सफाई सुचारु रूप से हो जाती है |

उनका कहना है की हमारे सेक्टर के घरों जो प्रतिदिन कूड़ा निकलता है उसको कम्पोस्ट मशीन के जरिए खाद में परिवर्तित किया जाता है और उस खाद को पार्क में डाल दिया जाता है | साथ ही इस मशीन के लगने के बाद पता ही नहीं चलता की कूड़ा कहा गया |

 

 

आरडब्लूए द्वारा नियुक्त सफाई एम्बेसडर्स को इस सेक्टर में डोर-टु-डोर जाकर कूड़ा इकट्ठा की जिम्मेदारी दी गई है वे घर से कूड़ा लेने के बाद उसमें से जैविक कचरे को अलग करते हैं और कम्पोस्ट मशीन में डालते हैं।

जनरल सेक्रेटरी राजेश खन्ना ने और जानकारी देते हुए बताया की आरडब्लूए की एजीएम में कम्पोस्ट मशीन लगाने के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पास किया गया था और नॉएडा प्राधिकरण के सहयोग से इसे अमली जामा पहनाया गया। 75% खर्च प्राधिकरण द्वारा वहन करने से निवासियों को बेहद कम राशि में ये बेहतरीन सुविधा प्रदान की जा सकी।

आरडब्ल्यूए की मदद से लेडीज क्लब की वंदना शुक्ल और सामजिक संस्था अमृतवाणी की सुधा गुप्ता साथ ही लोगों को भी इस बात के लिए जागरूक कर रही है की वे अपने घरों में कूड़े के लिए दो कूड़ेदान रखें। इनमें से एक में वे जैविक कूड़ा मसलन सब्जियों के छिलके, पत्ते, पुआल, फूल जमा करें। इससे सफाई कर्मियों को बेहद सहूलियत होगी। साथ ही इस मामले में इस सेक्टर के निवासियों से बातचीत की गई तो सभी ने इस कदम की सराहना की | उनका कहना है की इस मशीन को लेकर काफी चिंतित थे की आखिर ये मशीन कैसे काम करेगी इस मशीन के लगने से क्या इस सेक्टर में रहना मुश्किल हो जाएगा , लेकिन जब ये मशीन काम शुरू हुआ तो सारी परेशानी का हल निकल गया |

हरित नोएडा और स्वच्छ नॉएडा में अपना योगदान दे न सिर्फ सभी निवासी और आरडब्लूए पदाधिकारी बेहद प्रसन्न नजर आए बल्कि सबने एक मत में ऐसे प्रारूप को और भी एसोसिएशन द्वारा अडॉप्ट करने की बाद कही। कूड़े की डीसेंट्रालाइजेशन और उत्पादन स्थल पर ही निस्तारण से न सिर्फ उसे लाने ले जाने की समस्या हल हो जाती है बल्कि आस पास और सेक्टर्स में मौजूद ग्रीन बेल्ट और पार्क को जरुरी खाद भी मुहैया होती है।

इस मुहीम को समर्थन देते हुए नॉएडा प्राधिकरण ने भी 75% सब्सिडी का प्रावधान आरडब्लूए के लिए सुनिश्चित किया हुआ है जिससे सेक्टर निवासियों पर इस पहल का ज्यादा बोझ नहीं पड़ता है।
जहाँ सेक्टर 15 ए में 1 टन क्षमता की मशीन करीब 24-25 लाख में लगाई गई है वहीँ बाजार में यह मशीन विभिन्न कम और ज्यादा क्षमताओं और मूल्य में उपलब्ध हैं। विभिन्न आरडब्लूए द्वारा अगर इसे लगाया जाए तो प्रति परिवार 500 से 1000 रुपये के एक मुश्त निवेश से न सिर्फ इस कम्पोस्ट मशीन की स्थापना की जा सकती है बल्कि स्वच्छ भारत और स्वच्छ नॉएडा में अपना एक अमूल्य योगदान भी किया जा सकता है।

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