फ़र्ज़ी एनजीओ और कॉल सेंटर पर नोएडा पुलिस ने मारा छापा , 13 आरोपी को किया गिरफ्तार
Rohit Sharma (Photo/Video) By Lokesh Goswami Ten News
नोएडा के सेक्टर 20 थाना पुलिस और साइबर सैल ने मिलकर दो गिरोह का पर्दाफाश किया है | नोएडा के सेक्टर दो में स्थित एक बिल्डिंग के अंदर फ़र्ज़ी कॉल सेंटर और एनजीओ चल रहे थे , जिसकी सुचना पुलिस और क्राइम ब्रांच को मिली | वही इस सुचना मिलने पर साइबर सैल की टीम और थाना 20 पुलिस मौके पर जाकर छापा मारा , जिसमे दोनों गिरोह के 13 सदस्य को गिरफ्तार कर लिया है |
दरअसल पुलिस फ़र्ज़ी एनजीओ पर छापा मारने गई थी , लेकिन पुलिस को पता चला की इस बिल्डिंग के प्रथम तल पर फ़र्ज़ी कॉल सेंटर चल रहा है | साथ ही पुलिस ने दोनों गिरोह के मुख्य आरोपी को भी पकड़ लिया |
आपको बता दे की सेक्टर 2 में संचालित फ़र्ज़ी एनजीओ लोगों की ऑनलाइन सूची निकालकर उनसे कालिंग कर फ़र्ज़ी तरीके से गरीबों की मदद के नाम पर पैसा लेना व् उस पैसे को अपनी निजी कार्य में खर्च किया करते थे | साथ ही इस फ़र्ज़ी एनजीओ का मास्टरमाइंड विकास गोस्वामी समेत 3 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है
वही दूसरी तरफ इस बिल्डिंग में फ़र्ज़ी कॉल सेंटर चल रहा था , जो नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी कर रहा था | जिसमे पुलिस ने 4 महिला समेत 5 व्यक्ति को गिरफ्तार किया है | जिनसे पुलिस ने भारी मात्रा में फ़र्ज़ी दस्तावेज और सिस्टम बरामद किए है |
वही इस मामले में आज नोएडा क्राइम ब्रांच के एसपी अशोक कुमार सिंह का कहना है की नोएडा थाना 20 पुलिस और साइबर सेल ने मिलकर सेक्टर 2 स्थित एक बिल्डिंग में छापा मारा , जिसमे फ़र्ज़ी तरीके से एनजीओ और कॉल सेंटर चल रहे थे | वही इन दोनों गिरोह के 13 सदस्य को गिरफ्तार किया है , साथ ही भारी मात्रा में फ़र्ज़ी दस्तावेज समेत सिस्टम भी बरामद किए गए है |
वही उनका कहना है की सेक्टर 2 में संचालित फ़र्ज़ी एनजीओ लोगों की ऑनलाइन सूची निकालकर उनसे कालिंग कर फ़र्ज़ी तरीके से गरीबों की मदद के नाम पर पैसा लेना व् उस पैसे को अपनी निजी कार्य में खर्च किया करते थे | साथ ही इनके खाते में करीब 16 लाख रुपये है , जिसको सीज करवा दिया गया है |
एसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया की इस बिल्डिंग के प्रथम तल पर फ़र्ज़ी कॉल सेंटर चल रहा था , जो नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ो रूपये की ठगी कर चुके है | साथ ही इस मामले में बिल्डिंग के मालिक पर भी कार्यवाही हो सकती है , जिन्होंने इस बिल्डिंग को किराये पर दिया |