म्युनिसिपल कारपोरेशन को लेकर हो रहे विवाद में एनपी सिंह ने टेन न्यूज़ से की खास बातचीत
PHOT.VIDEO.STORY- JITENDER PAL-TEN NEWS ( 22/12/17)
नोएडा में शुरू से राजनीतिक शुर्कियो में रहने वाले फोनरवा के अध्यक्ष एनपी सिंह ने एक ऐसा बयान दिया है जिससे नोएडा के गलियारों में बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है । हालांकि कि वो एनपी सिंह का अपना तर्क था। टेन न्यूज़ से खास बातचीत में कहा कि हमने फोनरवा के सदस्यों के साथ हमने डॉ प्रभात कुमार से नोएडा अथॉरिटी में मुलाकात की थी , हमने उनके सामने भी नोएडा में नगर निगम की मांग की थी ।
हमने निवेदन किया कि नोएडा अथॉरिटी लोगो के प्रति कोई भी भागीदारी सही तरीके से नही निभा रही है , अथॉरिटी के कामकाज से संतुष्ट नही है । नोएडा अथॉरिटी में सांसद, विधायक को भी साथ लेकर नही चलती है । अथॉरिटी की बोर्ड मीटिंग में नोएडा के लोगो को शामिल नही किया जाता है , नोएडा अथॉरिटी अपनी मर्जी से काम करती है , जनता का पैसा नोएडा की योजनाओं में ना लगाकर बाहर भेजा जाता है । हमने डॉ प्रभात कुमार से निवेदन किया था । हमारी सभी आरडब्लूए के लोगो को प्रतिनितर्व मिले , साथ ही फोनरवा को अथॉरिटी में भागीदारी मिले। तब अच्छा है , अगर ऐसा नही होता है कोई बात नही है नोएडा अथॉरिटी सही काम नही कर पाती है , नोएडा में अगर नगर निगम बन जाता है इसमें क्या परेशानी है । मेरा तर्क है कि अगर नोएडा में अथॉरिटी के साथ साथ नगर निगम भी बन जाती है । दोनो मिलकर काम करे , इससे नोएडा का विकास बढेगा , अभी कुछ दिन पहले फोनरवा के लोगो के साथ मीटिंग हुई थी । जिसमे फोनरवा के लोगो ने नगर निगम का विरोध किया था । हमारे आरडब्लूए के लोग नही चाहते कि शहर में नगर निगम बने ,मैंने गाज़ियाबाद के नगर निगम की पूरी जानकारी ली है, और इसके बनने से कोई नुकसान नही है , मेरा मानना है यहाँ पर नोएडा शहर में अथॉरिटी भी काम करे , नगर निगम भी काम करे , आरडब्लूए भी काम करे । नोएडा आरडब्लूए को भी मान्यता मिले। नोएडा में मुख्यमंत्री भी आ रहे है उनसे भी मिलकर इस मुद्दे को सामने रखेगे। हमारा मत है कि अगर नोएडा में नगर निगम के बनने से मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। नोएडा की जनता का पैसे का सही इस्तेमाल हो सके । सूबे में नोएडा से सबसे ज्यादा टैक्स दिया जाता है ,किंतु भारत सरकार की कोई भी योजना अभी नोएडा में नही आई है । अगर नगर निगम बन जाता है । इससे प्रदेश सरकार, भारत सरकार का भी पैसा आएगा , योजनाओं पर खर्च भी होगा ।