चन्द्रशेखर आज़ाद के 84 वें शहादत दिवस पर आयोजित पुस्तक एवं पोस्टर प्रदर्शनी
गाजियाबाद, 27 फरवरी। देश की आज़ादी के लिए मर मिटने वाले महान क्रान्तिकारी चन्द्रशेखर आज़ाद का आज 84 वाँ शहादत दिवस है। 1931 में आज ही के दिन इस जाँबाज क्रान्तिकारी ने अपनी आखिरी सांस तक अंग्रेज़ों से लोहा लेते हुए औपनिवेशिक गुलामी से मुक्ति के लिए अपने प्राणों की आहूति दी थी। चन्द्रशेखर आज़ाद तथा भगतसिंह जैसे क्रान्तिकारियों के विचारों से प्रेरित युवाओं के क्रान्तिकारी संगठन नौजवान भारत सभा के कार्यकर्ताओं ने इस अवसर पर चन्द्रशेखर आज़ाद की स्मृति में पुस्तक एवं पोस्टर प्रदर्शनी का आयोजन किया।
पुस्तक एवं पोस्टर प्रदर्शनी गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के समीप विजयनगर में लगायी गई थी। इस प्रदर्शनी में चन्द्रशेखर आज़ाद, भगतसिंह, सुखदेव व राजगुरू जैसे क्रान्तिकारियों के जीवन और उनके विचारों से जुड़ी ढेरों किताबों एवं आज के दौर की तमाम समस्याओं का क्रान्तिकारी नज़रिये से विश्लेषण करने वाली पुस्तिकाओं के स्टॉल के अलावा कई आकर्षक पोस्टर भी लगे थे जिनमें क्रान्तिकारियों के उद्धरण व विचारोत्तेजक नारे लिखे थे। दिन भर चलने वाली यह प्रदर्शनी विशेष रूप से युवाओं एवं आम आबादी के लिए आकर्षण का केन्द्र रही। नौजवान भारत सभा के कार्यकर्ताओं ने इस प्रदर्शनी में आये लोगों के साथ क्रान्तिकारियों के विचारों को जान-समझकर उनके अधूरे सपनों को पूरा करने की ज़रूरत के बारे में बातचीत की।
इस अवसर पर नौजवान भारत सभा के गाजियाबाद संयोजक आनन्द सिंह ने कहा कि चन्द्रशेखर आज़ाद का जीवन व उनकी महान कुर्बानी इस देश के युवाओं को आज भी समाज में फैले जुल्म और अन्याय से लड़ने के लिए प्रेरणा देते हैं।