समलैंगिकता, कश्मीरी ब्राह्मणों, बांग्लादेशी मुसलमानों के मुद्दों पर प्रयाग कुंभ में आंदोलन की रणनीति तैयार करेगा राष्ट्रीय परशुराम परिषद
Rohit Sharma/ Rahul Kumar Jha
राष्ट्रीय परशुराम परिषद के पदाधिकारियों द्वारा नोएडा के जयपुरिया माल में प्रेस वार्ता कर जानकारी दी राष्ट्रीय परशुराम परिषद के संगठन संरक्षक पंडित सुनील भराला, राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व आईएएस देवदत्त शर्मा, परशुराम स्वाभिमान सेना ( युथ ) के अध्यक्ष डीडी शर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव नारायण शर्मा द्वारा संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए परिषद द्वारा लगाए जाने कुम्भ शिविर, परिषद के उद्देश्य व अन्य विषयों के बारे में बताया। जिसमें राष्ट्रीय परशुराम परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री श्री 1008 महामण्डलेश्वर कैलाशानंद ब्रह्मचारी जी के नेतृत्व में परिषद द्वारा प्रयाग कुम्भ में लगने वाले शिविर की जानकारी दी गयी।
आपको बता दें कि राष्ट्रीय परशुराम परिषद की स्थापना का मूल उद्देश्य प्राचीन वैदिक सांस्कृतिक व सनातन मूल्यो को बढ़ावा देना , राष्ट्र निर्माण में समर्थ योग्य भारतीय नागरिकों को खोजना तथा ऐसे तेजस्वी नागरिकों की पहचान करके राष्ट्र निर्माण और सनातन संस्कृति की अस्मिता की रक्षा हेतु प्रेरित करना है । राष्ट्रीय स्तर पर दो अनुषंगिक संगठन परशुराम स्वाभिमान सेना और परशुराम महिला वाहिनी की स्थापना इसी उद्देश्य से की गई है जो सामाजिक दृष्टिकोण से युवाओं, माताओं, बहनों एवं महिलाओं के विषयों पर कार्य करेगी।
वही जानकारी देते हुए राष्ट्रीय परशुराम परिषद के सदस्यों ने बताया कि 12 ज्योतिर्लिंगों समेत सभी तीर्थ स्थलों में भगवान परशुराम के दाम की स्थापना करना एवं उसे तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करना जिससे उनके आदर्शों का लाभ जनता को प्राप्त हो सके। इस दौरान परिषद के संगठन संरक्षक पंडित सुनील भराला ने कहा कि देश विरोधी ताकतों और जातीय द्वेष फैलाने वाली ताकतों से लोहा लेने के लिए परशुराम स्वाभिमान सेना सदैव तैयार है साथ ही कश्मीरी ब्राह्मणों के पुनर्वास, समलैंगिकता, बांग्लादेशी मुसलमानों, रोहंगिया आदि मुद्दों पर परिषद दृढ़ता से निर्णय लेकर कार्य करेगा ।
राम मंदिर निर्माण मुद्दों पर जानकारी देते हुए परिषद संरक्षक पंडित सुनील भराला ने कहा कि राम मंदिर निर्माण जे लिए राष्ट्रीय परशुराम परिषद कटिबद्धता के साथ हरसंभव कदम उठायेगा। वेदों के अनुसार सनातन परंपरा को स्थापित करते हुए राष्ट्ररक्षा के साथ साथ आजीविका की व्यवस्था और स्वाभिमान के प्रतीक बेटी, रोटी और चोटी की सुरक्षा करना है ।
साथ ही इन्होंने कुम्भ में लगने वाले शिविर में प्रतिदिन होने वाले कार्यक्रम का ब्यौरा देते हुए संगठन सरंक्षक पंडित सुनील पंडित ने बताया कि परिषद के 25 प्रकोष्ठों द्वारा परिषद के उद्देश्यों की पूर्ति करने के लिए संस्था के माध्यम से सनातन परम्पराओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के सौजन्य से प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम, कथा व पूजन किया जायेगा जानकारी देते हुए परिषद के राष्ट्रीय महासचिव देवदत्त शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय परशुराम परिषद अपने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 101 व्यक्तियों को देश के महान संतों द्वारा राष्ट्रीय गौरव सम्मान से सम्मानित किया जायेगा ।