2 दर्जन से ज्यादा बच्चे खाना खाकर हुए बीमार , जिला प्रशासन स्टेप बाई स्टेप स्कूल पर करेगा बड़ी कार्यवाही

ROHIT SHARMA / ASHISH KEDIA

Galgotias Ad

(06/04/18) नोएडा :–

एक तरफ सरकार शिक्षा को लेकर संवेदनशील नजर आ रही है , फीस वृद्धि को लेकर एक विधेयक को हाल ही में मंजूरी मिली है | वहीं शिक्षा के मंदिर को व्यापार की दुकान बना चुके स्कूलों के मालिक आपके बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं । ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश की शो विण्डो कहे जाने वाले नोएडा में सामने आया है जहाँ स्कूल में खाना खाने से 1 दर्जन से ज्यादा बच्चों की अचानक तबियत बिगड़ गयी । आननफानन में बच्चों को निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है ।

आपको बता दे की नोएडा के सेक्टर 132 में स्थित स्टेप बाई स्टेप स्कूल में स्कूल की कैंटीन का खाना खा कर 1 दर्जन से ज्यादा बच्चों की तबियत बिगड़ गयी जिसके बाद स्कूल प्रशासन द्वारा इस मामले को दबाने के लिए स्कूल के अंदर ही निजी डॉक्टरों को बुला कर उपचार कराया गया , लेकिन बच्चों की स्थिति ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया । वहीं स्कूल प्रशासन इस पूरी घटना को छिपाने में लगा रहा ।

वहीं मामला बाहर आने पर सिटी मजिस्ट्रेट समेत पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पँहुच कर घण्टों स्कूल के गेट के बाहर खड़े रहे लेकिन उन्हें स्कूल के अंदर नहीं जाने दिया गया और जब खाद्य विभाग के अधिकारी खाने के नमूने लेने के लिए अंदर गए तो स्कूल प्रशासन द्वारा उन्हें बंधक बना लिया गया , उन्हें स्कूल बाहर निकलने नहीँ दिया गया । वही इस मामले को देखते हुए नोएडा के डी.एम . बी.एन. सिंह ने पूरी घटना को संज्ञान में लेते हुए पुलिस को स्कूल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के आदेश दिए , जिसके बाद पुलिस ने कार्यवाही करते हुए नोएडा के एक्सप्रेस वे थाना में स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज कर ली है ।

शिक्षा के मंदिरों को पैसा कमाने की दुकान बना चुके ये व्यापारी पैसा कमाने की होड़ में इतने बेशर्म हो चुके है कि अब वे बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ करने से भी नहीं चूक रहे हैं । वहीँ इन शिक्षा माफियाओं के आगे प्रशासन का कद भी इतना बोना हो गया है कि अधिकारी स्कूल के अंदर जाने तक ही हिम्मत तक नहीं जुटा सके । देखना होगा आने वाले दिनों में सरकार इन माफियाओं पर कैसे लगाम लगाती है ।

Leave A Reply

Your email address will not be published.