रूह तक समाई रूहानी सिस्टर्स की तान, श्रोताओ के पाँव थिरकने को हुए विवश

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नोएडा लोकमंच अपने सांस्कृतिक प्रकल्प पहला कदम संस्कृति की ओर अपने प्रोजेक्ट के माध्यम से विलुप्त होती प्राचीन परम्पराओ और संस्कारों के बारे मे युवा पीढ़ी को जागरूक करने के लिए पाँचवी प्रस्तुति के रूप में नोएडावासियो रूहानी संगीत से रूबरू कराया। नोएडा के सैक्टर 6 स्थित एनईए सभागार में आयोजित रूहानी सिस्टर्स ने बुलंद आवाज में सूफी गायन किया तो श्रोता भावविभोर नजर आए।

आपको बता दें कि वाद्ययंत्रों की सुरीली धमक के बीच जोशीले गायन हुआ तो श्रोता थिरकने पर विवश हो गए , कोई अपलक मंच की ओर निहारता रहा, किसी ने ताली बजाकर गायकों का साथ दिया।संगीत की सुर सरिता में गोता लगते श्रोताओं में जब ‘भर दे झेली मेरी या मोहम्मद’, ’तू माने या ना माने दिलदारा’, ‘दमादम मस्त कलंदर अली द पहला नंबर’ सुनाया तो श्रोता के पाँव थिरकने को विवश हो गए। उन्होंने सूफी संगीत में आए बदलाव के बारे में श्रोताओं को अवगत कराया।

इस अवसर पर नोएडा लोकमंच के महासचिव महेश सक्सेना, पहला कदम संस्कृति की ओर के प्रोजेक्ट चेयरमैन राज्यसभा के पूर्व महासचिव योगेंद्र नारायण ने कहा की तेजी से विलुप्त होती कला को युवा पीढ़ी को जागरूक करने के लिए नोएडा लोकमंच अपने सांस्कृतिक प्रकल्प पहला कदम संस्कृति की ओर अपनी पाँचवी प्रस्तुति के रूप रूहानी संगीत को पेश किया गया है।

इस अवसर पर नोएडा लोकमंच के सचिव रंगकर्मी आरएन श्रीवास्तव, एनईए के अध्यक्ष विपिन मलहन, ब्रम्हप्रकाश, मुकुल बाजपेई, ज्योति श्रीवास्तव, दीपक श्रीवास्तव इस आयोजन में सहयोग दिया।

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