बेहतर तालमेल के कारण अकाली इस बार दिल्ली में खोल सकते हैैं खाता
शिरोमणी अकाली दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल द्वारा दिल्ली विधानसभा चुनावों में अपने दल के चुनाव चिन्ह तराजू पर चुनाव लड़ने का फेंका गया पासा इस बार दल के हक में जाता हुआ नजर आ रहा है। इस बार के चुनावों में अकाली दल की ओर सेे गैर सिख श्याम शर्मा को हरी नगर सीट से उम्मीदवार बनाना दुसरे अकाली उम्मीदवार मनजिन्दर सिंह सिरसा के हक में भी जाता हुआ नजर आ रहा है हालांकि अभी तक अकाली दल को सिखों की पार्टी के रूप में जाना जाता था। राजनैतिक पंडितो की राय में इस बार अकाली विधानसभा की सीढीयां चढते हुए नज़र आ रहे है और अगर भाजपा अपने दम पर सरकार बनाने की स्थिति में आ जाती है तो हो सकता है कि सिरसा अकाली कोटे से बादल परिवार के नज़दीक होने के कारण दिल्ली सरकार में मन्त्री भी बन जाए। सुखबीर बादल जो कि अपनी धुन के पक्के है और उन्हें आमतौर पर पंचायत से लेकर लोकसभा तक हर चुनावों मंे जीत अपने दल की झोली में डालने का अच्छा तजुर्बा है, इसलिए उनकी इस काबलियत करके दिल्ली मे भी इस बार अकाली विधायक बन सकते है। इस बार के चुनावों में भाजपा एवं अकाली दल में आपसी तालमेल बहुत अच्छा है जिसकी बानगी नरिन्दर मौदी की द्वारका रैली में भी देखने को मिली जिसमें मौदी ने शिरोमणी अकाली दल भाजपा गठबंधन के सभी उम्मीदवारो की जीत सुनिश्चित करने का कार्यकर्ताओं का आहवान किया।