किसानों ने गलगोटिया के सामने की नारेबाजी, 20 को बंद करेंगे काम

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भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसानों का अनशन रविवार को भी जारी रहा। हालांकि किसानों ने शुक्रवार को धरना समाप्त कर दिया था, मगर अभी भी गलगोटिया विश्वविद्यालय के सामने अंडरपास के नीचे किसान धरना दे रहे हैं। किसानों का कहना है कि आगामी 20 नवम्बर के आंदोलन की रणनीति तैयार की जा रही है। किसान लगातार धरने पर बैठे रहेंगे।
गौरतलब है कि भारतीय किसान युनियन द्वारा अपनी 23 सूत्रीय मांगों को लेकर गलगोटिया विश्वविद्यालय के पास क्रमिक अनशन शुरू किया था। भाकियू की मुख्य मांग है कि यमुना विकास प्राधिकरण भी ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण की तर्ज पर किसानों को 64 फीसदी अतिरिक्त मुआवजा और 10 फीसदी विकसित भूखंड का लाभ दे। इसके साथ अन्य छोटी मांगे, जिसे यमुना विकास प्राधिकरण अपने स्तर पर ही पूरी कर सकता है। मगर मुआवजा और विकसित भूखंड की मांगों को शासन से मंजूरी लेनी आवश्यक है। इसे लेकर किसानों और कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चैधरी के साथ बीते माह बैठक भी हो चुकी है। किसानों ने बीते शुक्रवार को पुलिस की मांग पर क्रमिक अनशन खत्म कर दिया। वहीं, वहीं, बीकेयू का धरना-प्रदर्शन रविवार को भी जारी रहा। इस दौरान किसानो नें यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती है, तब तक धरना जारी रहेगा। बीकेयू मीडिया प्रभारी नरेंद्र नागर ने बताया कि करीब 40 गांवों के किसान अपनी मांगों को लेकर जिद पर अडे़ हुए हैं। 20 नंवम्बर को क्षेत्र मे चल रहे सभी बिल्डरों के काम को बंद करने के लिए किसान गांवों मे भी जनसम्पर्क कर रहे हैं। इस दौरान अजयपाल शर्मा, अनित कसाना, बले सिंह, राजे प्रधान, पवन खटाना, इंद्रजीत और सुगन नागर समेत दर्जनों किसान मौजूद थे।

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