राज्यकर्मियों ने चैथे दिन किया पैदल मार्च
विभिन्न मांगों को लेकर राज्यकर्मियों का चैथे दिन शनिवार को भी हड़ताल जारी रही। राज्यकर्मियों की हड़ताल के चलते चैथे दिन भी अधिकारियों को अपना काम स्वयं करना पड़ा। जरूरी काम भी प्रभावित हुए। कर्मचारियों ने पैदल मार्च कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
पिछले चार दिनों से राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद और राज्य कर्मचारी महासंघ के आहवान पर प्रदेश भर के राज्य कर्मचारियों द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा कर्मचारियों की मांगे पूरी नहीं किए जाने के कारण कर्मचारियों की हड़ताल खत्म नहीं हो सकी है। कर्मचारियों की हड़ताल के कारण जिले में कामकाज बुरी तरह से प्रभावित हो गया है। पिछले एक सप्ताह से जिले के करीब 33 विभागों में एक भी काम नहीं हो सका है। जिलाधिकारी कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है, तो विकास भवन में भी यही हालत है। शनिवार को कर्मचारियों की हड़ताल का चैथा दिन था। कर्मचारी सुबह समय से कार्यालय पहुंचे और अपनी हाजिरी लगाए। हाजिरी लगाने के बाद कर्मचारी विकास भवन के गेट पर बैठ गए। कर्मचारियों द्वारा प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। इसके बाद कर्मचाररी द्वारा पैदल मार्च निकाला गया। कर्मचारी मार्च करते हुए कलेक्टेट पहुंचे और यहां पर बैठक की। इस दौरान कलेक्टेट में चल रहे कार्य को भी बंद करा दिया गया। कर्मचारियों की हड़ताल के कारण अधिकारियों को चैथे दिन भी अपना काम स्वयं ही करना पड़ा। जरूरी फाइलों को अधिकारियों द्वारा खुद ही निकाला गया और काम किया गया। जिलाघ्यक्ष अम्बा प्रसाद का कहना है कि सरकार जब तक कर्मचारियों की मांगे पूरी नहीं करती है, उनका आंदोलन जारी रहेगा। वहीं, जिलाधिकारी एचएल शर्मा ने सभी कर्मचारियों से शांतिपूर्वक हड़ताल करने की अपील की है।