सड़क पर बने शौचालयों पर लगेंगी सोलर लाइट

प्राधिकरण द्वारा प्रमुख मार्गों पर बनाए गए सार्वजनिक शौचालयों तक बिजली की व्यवस्था नहीं होने के के कारण पानी नहीं उपलब्ध हो पा रहा है। जिससे आधा दर्जन शौचालय बंद पड़े हुए हैं। इन शौचालयों को सक्रिय करने के लिए प्राधिकरण ने निजी कंपनी को सोलर लाइट लगाने का निर्देश दिया है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा लोगों तक जन सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रमुख मार्गों पर शौचालय बनवाया है। एक दर्जन शौचालय विभिन्न मार्गों पर बनाए गए हैं। इन में से कुछ शौचालयों में बिजली की व्यवस्था है। मगर कुछ शौचालयों में पानी की व्यवस्था नहीं है। जिससे यहां पर शौचालय का उपयोग नहीं किया जा रहा है। इसकी शिकायत लम्बे समय से आ रही है। जिस पर प्राधिकरण अब गौर फरमाया है। प्राधिकरण ने शहरी क्षेत्र में बस सेल्टरों पर विज्ञापन करने का अधिकार एक निजी कंपनी को दे रखा है। बदले में कंपनी द्वारा ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में बने शौचालयों का मेंटनेंस कराता है। प्राधिकरण के ओएसडी योगेन्द्र यादव ने बताया कि जिन शौचालयों तक बिजली की उपलब्धता नहीं होने के कारण पानी नहीं मिल पा रहा है, उन शौचालयों पर सोलर लाइट लगाई जाएंगी। ओएसडी का कहना है कि प्राधिकरण सभी शौचालयों को सक्रिय करना चाहता है। इस संबंध में कंपनी के अधिकारियों के साथ बैठक की जा चुकी है। कंपनी को निर्देशित किया गया है, पानी टंकी तक पहुंचाने की क्षमता वाले सोलर लाइट लगाई जाए। हालांकि कंपनी पहले इनकार कर रही थी, मगर प्राधिकरण की सख्ती के बाद तैयार हो गई है। प्राधिकरण ने इस कार्य को शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया है। प्राधिकरण की प्राॅपर्टी की चोरी बड़ी आसानी से हो जाती है। इस पर प्राधिकरण के वर्क सर्किल के अधिकारी व कर्मचारी भी ध्यान नहीं देते हैं। आरोप तो यहां तक है कि वर्क सर्किल के कर्मचारियों की मिली भगत से चोरियां होती हैं। कंपनी का यह भी कहना है कि अगर वह सोलर लाइट लगाता है, तो उसकी सुरक्षा की गारंटी कौन लेगा। जिस पर प्रधिकरण शौचालयों पर कंपनी को एक कर्मचारी तैनात करने का निर्देश दिया है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.