नोएडा एयरपोर्ट के लिए काटे जाएंगे 11 हजार पेड़, 10 गुना अधिक लगाने होंगे पेड़-पौधे
ABHISHEK SHARMA
Greater Noida : जेवर में बनने जा रहे देश के सबसे बड़े नोएडा ग्रीनफ़ील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए 11 हजार पेड़ काटे जाएंगे। जिसके लिए प्राधिकरण व वन विभाग की टीम संयुक्त ने सर्वे के बाद पेड़ों को चिन्हित किया है। वन विभाग ने इन पेड़ों को काटने की अनुमति प्रदान कर दी है। इन पेड़ों की भरपाई के लिए दस गुना अधिक पौधे लगाए जाएंगे। यह पौधे तीस हेक्टेयर जमीन पर लगाई जाएंगे।
आपको बता दें कि जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए दयानतपुर, किशोरपुर, बनबारीवास, रन्हेरा, रोही, पारोही गांव में 1334 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत की गई है। इसमें से 1239 हेक्टेयर जमीन किसानों की है। जबकि शेष जमीन सरकारी है। किसानों की 92 फीसद जमीन को जिला प्रशासन अधिगृहीत कर यमुना प्राधिकरण को कब्जा दे चुका है।
एयरपोर्ट के लिए चिन्हित जमीन पर लगे पेड़ों को काटा जाएगा। पेड़ों को काटने के लिए वन विभाग को जो सूची भेजी गई थी, उसमें संख्या अलग-अलग थी। एक सूची में बीस हजार से अधिक पेड़ शामिल किए गए थे, जबकि दूसरी में करीब छह हजार पेड़ शामिल थे।
पेड़ों की संख्या में अंतर को देखते हुए यमुना प्राधिकरण व वन विभाग की टीम को संयुक्त रूप से सर्वे कर पेड़ों को चिह्न्ति करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जेवर एयरपोर्ट की जमीन के खसरा नंबर के आधार पर हुए सर्वे में करीब 11 हजार पेड़ों को चिह्न्ति किया गया है। जिन्हें एयरपोर्ट के निर्माण के लिए काटना होगा। वन विभाग से इसके लिए अनुमति भी जारी हो चुकी है।
हालांकि काटे गए पेड़ों की भरपाई के लिए पौधे लगाने होंगे। प्राधिकरण पहले ही दस गुना पौधे लगाने पर सहमति दे चुका है। इसके लिए तीस हेक्टेयर जमीन पर चिह्न्ति की जा चुकी है। यह पौधे फल व ऐसी प्रजाति के होंगे जो वन्य जीव व आस पास रहने वालों के लिए फायदेमंद हो।