(08/08/2019) जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में पढ़ने वाली 21 वर्षीय छात्रा से दुष्कर्म मामले में मंदिर मार्ग पुलिस छात्रा द्वारा दिए गए बयान की जांच करने में जुट गई है। पुलिस का कहना है कि छात्रा अब तक अलग-अलग तरह की बात बता रही है। इसलिए पुलिस को जांच करने में दिक्कत आ रही है। छात्रा ने काले रंग की उबर से जेएनयू जाने के लिए बुक कराने की बात कही है।
लिहाजा पुलिस द्वारा काली कैब की जानकारी मांगने पर दिल्ली-एनसीआर में ऐसी 3141 कैब पाई गई हैं। उक्त सभी के चालकों से पूछताछ की जाएगी। पुलिस को यह भी शक है कि छात्रा कुछ बातें झूठ बोल रही है। लिहाजा सभी पहलुओं पर बारीकी से जांच की जा रही है। छात्रा ने बयान में कहा है कि शुक्रवार 2 अगस्त की रात 8-9 के बीच में उसने किसी राहगीर की मदद से जेएनयू जाने के लिए कैब बुक करवाई थी।
पंचकुइयां स्थित बौद्ध मंदिर के सामने छात्र के पास काले रंग की कैब आई थी, जिससे वह जेएनयू के लिए निकली थी। नेलसन मंडेला रोड पर एक बस स्टैंड के पास जाकर चालक ने उसे हवस का शिकार बनाया था। कैब पर लगे नंबर प्लेट के बारे में पूछने पर छात्र ने बताया है कि अंत में 95 लिखा था।
पुलिस ने जब शुक्रवार शाम 7 बजे से रात नौ बजे तक पंचकुइयां रोड बौद्ध मंदिर के सामने से गुजरने वाली काली उबर कैब का डाटा खंगाला तब काले रंग की 43 कैब मिली, जो उस ओर से होकर गुजरीं। उक्त सभी के चालकों से मंदिर मार्ग थाना पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि कैब का पता चलते ही चालक का पता लग जाएगा।
25 पुलिसकर्मी कर रहे इस मामले की जांच
पुलिस सूत्रों के मुताबिक नई दिल्ली जिला पुलिस के 25 पुलिसकर्मियों को जांच में लगाया गया है। बौद्ध मंदिर में छात्रा के जाने की सीसीटीवी फुटेज से पुष्टि हो चुकी है। वहां उसका बैग चोरी हो गया था। छात्रा का कहना है कि शिकायत में बैग के बारे में इसलिए जिक्र नहीं किया, क्योंकि उसमें अधिक पैसे नहीं थे।
पुलिस को छात्रा का मोबाइल भी उसके छात्रवास से बरामद हो गया। वह स्मार्ट फोन का इस्तेमाल नहीं करती थी, इसलिए जेएनयू से बाहर निकलने पर वह अपना फोन लेकर नहीं जाती थी।
घटना के बाद से छात्रा अब तक सदमे में है। उस पर अब तक नशे का प्रभाव है। पुलिस को समझ में नहीं आ रहा कि कैब चालक ने छात्रा को आखिर कौन सा नशीला पदार्थ पिलाया। उसके परिजन चेन्नई से दिल्ली आ गए हैं।