नोएडा पुलिस ने ठगी के मामले तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार , लोगों से कर चुके करोडों रुपये की ठगी
नोएड़ा: साइबर क्राइम सेल ने एक फर्जी गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो इंसोरेन्स के नाम पर आरबीआई के अधिकारी बन ठगी किया करते थे । पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है । पुलिस अभी अभियुक्तों से पूछताछ करने में लगी है इस गोरखधंधे में कितने लोग शामिल है और कितने लोगों को ठगी का शिकार बनाया है ।
प्रेसवार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक अजयपाल शर्मा ने बताया कि पिछले कुछ समय से साइबर क्राइम सेल को सूचना मिल रही थी कि शहर के अंदर कुछ युवक फर्जी इंसोरेन्स नाम पर लोगो को फोन कर रहे है ।
साथ ही आपकी इंसोरेन्स पॉलिसी लैप्स होने की बात करते है । खासबात ये है कि ये आरोपी खुद को आरबीआई का अधिकारी बताकर लोगो को बातो में ले लेते है । नोएडा के सेक्टर 62 में रहने वाले एक सीनियर सिटीजन रोबिन मजूमदार से भी आरबीआई का अधिकारी बताकर इन युवकों ने एक साल के अंदर विभिन्न तरीकों में 6 लाख रुपये अपने बैंक खाते में डलवा लिए ।
उसके बाद उन्होंने अपना मोबाइल बंद कर दिया। जिसके कुछ दिन बाद पीड़ित ने साइबर क्राइम सेल अपनी शिकायत दर्ज करवाई । पुलिस ने इस गिरोह की तलाश की , साथ ही इनके नोएड़ा स्थित दफ्तर में भी छापा मारा ।
वही दूसरी तरफ ठगी करने के मामले में कई लोग भागने में कामयाब हो गए ,लेकिन ये तीन युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया ।
पुलिस जानकारी के अनुसार ये गिरोह अब तक करोड़ो रूपये की ठगी कर चुका है । खास बात ये है कि उन लोगो को फोन करते थे , जो इनकी बातो पर विश्वास कर सुनते थे और कोई सावल नही करते थे ।
आपको बता दे कि नोएड़ा शहर के दो , तीन , 63, 64 , 62 सेक्टरों में ठगी करने वाले ज्यादातर गिरोह दफ्तर चला रहे है । पुलिस ने कई बार कारवाई करके जालसाजों के दफ्तरों को बंद करा के गिरफ्तार किए जा चुके है । ऐसे में सवाल उठता है आखिर क्यो नही बिल्डिंग मालिक अपनी जिम्मेदारी समझते।