ब्रिटेन से गौतमबुद्धनगर लौटे 89 यात्री गायब, ट्रेसिंग में जुटा स्वास्थय विभाग
Ten News Network
गौतमबुद्धनगर : ब्रिटेन से आए 260 यात्रियों की कोरोना जांच और ट्रेसिग को लेकर स्वास्थ्य विभाग दिन-रात काम कर रहा है। अब तक 171 यात्रियों की सैंपलिग हो चुकी है, लेकिन 89 का अभी तक कोई सुराग नहीं है। इनके पते पर विभागीय टीम ने पोस्टर चस्पा कर तलाश के लिए पुलिस से मदद मांगी है।
वहीं, कुछ यात्रियों के दूसरे जिलों व राज्यों में जाने की जानकारी प्राप्त हुई है, संबंधित राज्यों व जिले के अधिकारियों को सीएमओ ने पत्र लिखा है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 25 अक्टूबर के बाद 425 लोग ब्रिटेन से यात्रा कर जिले में आए हैं। इनमें 260 यात्री 9 दिसंबर के बाद आए, इनकी शासन के निर्देश अनुसार आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य है।
शुक्रवार से रविवार रात तक स्वास्थ्य विभाग की टीम 171 लोगों की ट्रेसिग कर कोरोना जांच कर चुकी है। 40 की कोरोना जांच रविवार देर रात तक हुई। इनकी रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर प्राप्त होने का दावा किया जा रहा है। शनिवार को दो महिलाएं उम्र क्रमश: 28 और 34 वर्ष संक्रमित मिली थी, दोनों ही नोएडा के अलग-अलग सेक्टर की रहने वाली है, जिनका ग्रेटर नोएडा स्थित जिम्स में अलग से बने इंटरनेशनल ट्रेवलर वार्ड में इलाज जारी है।
नए स्ट्रेन का पता लगाने के लिए दोनों का सैंपल दिल्ली इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) को भेजा गया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार रविवार को ब्रिटेन से आया एक भी यात्री संक्रमित नहीं मिला, जिससे विभाग के अधिकारियों को राहत मिली।
सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी ने बताया कि कई यात्री ऐसे है, जिनके नोएडा के पते पर पासपोर्ट बने हैं, लेकिन वह दूसरे राज्यों व जिलों में नौकरी करते हैं। कई उत्तराखंड में अपने घर चले गए। शेष 89 यात्रियों के निवास का पता तो कर लिया गया है, लेकिन वे और उनके संपर्क में आए संदिग्ध अभी मौके पर नहीं मिले हैं।
इनको तलाशने के लिए पुलिस की मदद ली जा रही है। संक्रमित दोनों महिलाओं की रिपोर्ट आइसीएमआर से पांच दिनों में प्राप्त होगी। इनके लिए वार्ड में अलग से टीम लगाई गई है।