नोएडा-ग्रेटर नोएडा में पुलिस की मिलीभगत से चल रही 39 डग्गामार बसों को पुलिस ने किया सीज
Abhishek Sharma/ Lokesh Goswami Tennews
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में पुलिस की तरफ से ऑपरेशन क्लीन- 23 चलाया गया। पुलिस के अनुसार, नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना एक्सप्रेसवे से गुजरने वाली 39 बसों को सीज किया गया है। सीज की गई बस संचालकों पर आरोप है कि इस रूट से चलने के लिए उनके पास परमिट नहीं था।
जिन डग्गामार बसों को सीज किया गया है वे दिल्ली से लखनऊ, गोरखपुर, आजमगढ़, बनारस और पटना समेत कई अन्य शहरों को जाने और वहां से आने वाली एसी स्लीपर डग्गामार बसेें शामिल हैं। बताया गया है कि पुलिस की मिलीभगत से आरोपित युवक वसूली कर रहा था। डग्गामार बसों को चलवाने में पुलिसकर्मियों की संलिप्तता बताई जा रही है।
आरोपित हर चक्कर एक डग्गामार बस से 200 रुपये वसूलता था। परी चौक चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों की भूमिका जांच के घेरे में है। जल्द ही पुलिसकर्मियों पर भी गाज गिर सकती है। आरोपित युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि वसूली का यह धंधा लंबे समय से चल रहा था।
दरअसल, पुलिस की मिलीभगत से परी चौक पर होने वाली वसूली की शिकायत पुलिस अधिकारियों को मिली थी, जिसके बाद मामले की जांच कराई गई। जांच में पाया गया कि परी चौक चौकी के आस-पास डग्गामार बसों से एक प्राइवेट व्यक्ति वसूली करता है। आरोपित युवक को पुलिस टीम ने रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। सूत्रों ने दावा किया है कि पकड़े गए युवक को पुलिस का सपोर्ट था।
जिस वजह से पुलिसकर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है। पुलिस की संलिप्तता की जांच जारी है। जल्द ही मामले में और कार्रवाई हो सकती है। पकड़े गए आरोपित ने पुलिस की पूछताछ में कई राज से पर्दा उठाया है। आरोपित द्वारा बताई गई बातों की जांच की जा रही है।
डग्गामार बसे परी चौक से नोएडा के बॉटनिकल गार्डन व यमुना एक्सप्रेस वे के रास्ते आगरा के लिए चलती है। यमुना एक्सप्रेस वे के शुरू होने के बाद से डग्गामार बसों का संचालन यमुना एक्सप्रेस वे पर बढ़ गया है।
सूत्रों ने दावा किया है कि डग्गामार बसों से मिलने वाली वसूली की रकम में हिस्सा तय रहता है। प्राइवेट युवक के अलावा अन्य किन लोगों के हिस्से में वसूली की रकम आती है इसकी जांच की जा रही है।
एसएसपी गौतम बुध नगर वैभव कृष्ण का कहना है कि वसूली की शिकायत मिलने के बाद परीचौक से एक युवक को हिरासत में लिया गया है। मामले में पुलिसकर्मियों की भी संलिप्तता पाई गई है। पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है।