गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ़ लॉ, जस्टिस & गवर्नेंस द्वारा प्रथम राष्ट्रीय वर्चुअल मूट कोर्ट, २०२० का आयोजन
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लॉ, जस्टिस एंड गवर्नेंस द्वारा प्रथम राष्ट्रीय वर्चुअल मूट कोर्ट, २०२० का सफल आयोजन 5-6 जून, 2020 को संपन्न हुआ. यह कार्यक्रम अन्तर्राष्ट्रीय समस्या कोविड -19 के क़ानूनी पहलू, विशेषकर अंतराष्ट्रीय कानून के विभिन्न आयामों पर आधारित था. कोविड -19 की चुनौतियों के बीच छात्रों के शिक्षा की गुणात्मकता को अप्रभावित रखने एवं लॉक-डाउन का समुचित उपयोग लॉ फील्ड के छात्रों एवं शोद्यार्थियों के ज्ञान कौशल को रचनात्मक तरीके से विकसित करने के उद्देश्य से स्कूल ऑफ़ लॉ ने मूट कोर्ट का आयोजन किया.
इस दो-दिवसीय वर्चुअल मूट कोर्ट कार्यक्रम में देश के ११ राज्यों के लगभग तीन दर्जन लॉ इंस्टिट्यूट से ३४ टीम्स सम्मिलित हुए. जिसमें डॉ. आंबेडकर लॉ यूनिवर्सिटी, चेन्नई की अपर्णा राजू को प्रतियोगिता की श्रेष्ठ मूटर के पुरष्कार से सम्मानित किया गया. कार्यक्रम कई चरणों में संपन्न हुआ. प्रथम चरण एवं द्वितीय चरण में क्वार्टरफईनल एवं सेमीफइनल संपन्न हुआ जिसमें सिम्बायोसिस लॉ स्कूल,पुणे, गवर्नमेंट लॉ कॉलेज, मुंबई, सिम्बायोसिस लॉ स्कूल, हैदराबाद, डॉ. आंबेडकर लॉ यूनिवर्सिटी, चेन्नई, एमिटी लॉ स्कूल, दिल्ली, गालगोटीएस यूनिवर्सिटी, आर्मी इंस्टिट्यूट ऑफ़ लॉ, चंडीगढ़ जैसी टीमों ने भाग लिया. तृतीया चरण, फाइनल को जितने वाली टीम को सर्वाधिक अंक प्राप्त हुआ. इस कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि श्री नरेंद्र सिंह, पूर्व चेयरमैन, इंटरनेशनल लॉ कमीशन ,लीगल एडवाइजर, मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स एवं समापन सत्र के मुख्य अतिथि इलाहाबाद हाई कोर्ट के जज डॉ. जस्टिस कौशल जयेन्द्र ठाकर तथा विशिष्ट अतिथि जस्टिस अनंत विजय सिंह, सदस्य, नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल & पूर्व जज, झारखण्ड हाई कोर्ट थे. डॉ. प्रदीप चौधरी, पूर्व जॉइंट सेक्रेटरी, प्रो. मनोज सिन्हा, डायरेक्टर, आई. एल. आई. एवं प्रो. ए.पी. सिंह, डीन गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी ने भी सम्मानित अतिथि एवं विभिन्न सेशंस की जज की भूमिका अदा की.
कार्यक्रम के समापन सत्र में सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए विभागाध्यक्ष, डॉ. ममता शर्मा ने कहा की यह कार्यक्रम छात्रों को कानूनी कौशल सीखने और उन्हें वकालत में प्रशिक्षित करने में सहायता प्रदान करेगा. गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो.भगवती प्रकाश शर्मा ने अध्यक्षीय भाषण में सभी प्रतिष्ठित अथितियों का हार्दिक आभार प्रकट करते हुए विजेता टीम को बधाई ज्ञापित किया. उन्होनें वर्तमान समय को देखते हुए तीन बिन्दुओं पर बल दिया: अर्थव्यवस्था को कैसे बहाल किया जाए, नियमों और कानूनों का उल्लंघन करने वालों को दण्डित करने के लिए कुछ क़ानून बनाना चाहिए और चीन का इस महामारी की क्षतिपूर्ति के लिए दायित्व निर्धारण करना. स्कूल के डीन प्रो. एस. के.सिंह ने स्वागत भाषण में कार्यक्रम के आयोजकों के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा की वह छात्रों और निर्णायक मंडल के अद्भुत ज्ञान से अचंभित हैं. उन्होनें कहा की जीत से महत्त्वपूर्ण भाग लेना होता है. उन्होनें एक अच्छा वकील बनने के लिए सात-सी के महत्व पर प्रकाश डाला जो हैं – कॉन्फिडेंस,कम्युनिकेशन स्किल्स,कनेक्शन,कॉमपीटेंस, कॉन्ट्रिब्यूशन, कैश फ्लो, सेलिब्रेशन. आयोजक डॉ. रमा शर्मा द्वारा कार्यक्रम की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की गयी जिसमें उन्होनें संपूर्ण कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी. डॉ.प्रदीप चौधरी ने अपने विशेष वक्तव्य में कहा की यह उनके लिए एक अद्वितीय अनुभव रहा और यह कार्यक्रम दर्शाता है की रचनात्मक सोच और तकनीक किसी प्रकार के बंधन में नहीं बंध सकते और आगे उन्होनें कहा की इस कार्यक्रम से छात्रों को अच्छा अनुभव मिला होगा. कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए प्रो.ए पी.सिंह ने कहा कि अब सर्वश्रेष्ठ बुद्धिमान छात्र लॉ कोर्सेज में रूचि दिखाते हैं. उन्होनें छात्रों को प्रोफेशनल डेवलपमेंट स्किल्स, पेपर राइटिंग, जज के सामने अपने पक्ष को रखना तथा अपने जवाबों को अभिव्यक्त करने के तरीके और कम्युनिकेशन स्किल्स के महत्व को रेखांकित किया. प्रो. मनोज सिन्हा ने कहा की मूट कोर्ट रिसर्च स्किल की वृद्धि के साथ विश्लेषण करने की क्षमता को भी बढ़ाता है और साथ ही साथ टीम वर्क को भी सीखाता है. यद्यपि इस मूट कोर्ट ने वर्तमान समस्या के सभी महत्वपूर्ण भागों को उजागर किया है. श्री नरेंद्र सिंह ने आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि ऑनलाइन प्लेटफार्म द्वरा स्वयं को अभिव्यक्त करने का यह एक नया तरीका है. आगे उन्होनें इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस के विषय में विस्तृत जानकारी दी. जस्टिस अनंत विजय सिंह ने आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस लिटिगेशन पर प्रकाश डालते हुए कहा की आगे आने वाले समय में वर्चुअल पोर्टल अपना स्थान बनाये रखेगा और अब हमें अधिक टेक्नोलॉजी फ्रेंडली बनने की आवश्यकता है साथ ही उन्होने यह भी कहा की हमारे सामने डाटा को सुरक्षित रखने में चुनौती का सामना करना पड़ सकता है. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जस्टिस कौशल जयेंद्र ठाकर ने इस प्रतियोगिता के परिणामों की घोषणा करते हुए कहा की सात-सी में एक और सी महत्व रखता है और वह है कम्पैशन. अंत में कार्यक्रम के आयोजक डॉ. अक्षय सिंह ने सभी के मूल्यवान समय, ज्ञान वर्धक वक्तव्य, प्रेरणादाई टीम्स और सबके सहयोग तथा समर्थन के लिए आभार प्रकट किया.
कार्यक्रम में बेस्ट मूटर मिस अपर्णा राजू, डॉ. आंबेडकर लॉ यूनिवर्सिटी, चेन्नई, रहीं तथा बेस्ट मेमोरियल डॉ. आंबेडकर लॉ यूनिवर्सिटी के ही मिस अपर्णा राजू तथा आर.हरिकृष्णन रहे तथा विजेता टीम गवर्नमेंट लॉ कॉलेज, मुंबई के तान्या चिब और श्रेयांश जैन रहे. कार्यक्रम का सफल आयोजन लॉ स्कूल के डॉ. ममता शर्मा, डॉ. रमा शर्मा एवं डॉ. अक्षय सिंह द्वारा किया गया.