एसडीएमसी की अनूठी पहल , मृतक एमसीडी डॉक्टर की पत्नी को दी 10 लाख की आर्थिक मदद समेत सरकारी नौकरी , कोरोना से हुई थी मौत

ROHIT SHARMA

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नई दिल्ली :– दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने नई पहल की है , आपको बता दें कि कोरोना महामारी के दौरान कुछ दिन पहले एमसीडी के डॉक्टर निज़ाम आलम लोगों की सेवा करते हुए कोरोना वायरस की चपेट में आ गए थे, जिसके बाद उनका उपचार किया गया , लेकिन वो स्वस्थ नही हो पाए , उनकी मौत हो गई ।

 

वही इस मामले में एसडीएमसी ने कोरोना योद्धा की पत्नी को आज आर्थिक मदद के रुपये में 10 लाख का चेक और एसडीएमसी में सरकारी नौकरी का अपॉइंटमेंट पत्र भी दिया ।

 

इस मौके पर बीजेपी दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष आदेश गुप्ता मौजूद रहे है , उनके द्वारा ये राशि प्रदान की गई । वही मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि दिल्ली सरकार के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने जो ऐलान किया है कि कोरोना महामारी में कोरोना योद्धा की जान जाती है तो उसे दिल्ली सरकार 1 करोड़ का मुआवजा देगी , उससे सरकार करके दिखाए । इसपर राजनीति नही होनी चाहिए ।

 

 

साथ ही उन्होंने कहा कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने अनूठी पहल कर रही है , अब तक 13 कोरोना योद्धाओं के परिवार को आर्थिक मदद और सरकारी नौकरी दी है , जो काफी ज्यादा सरहानीय है ।

 

बता दे कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के नजफगढ़ जोन के अंतर्गत रंगपुरी स्थित मां एवं बाल कल्याण केंद्र व मनसाराम पार्क और महिपालपुर स्थित ऐलोपैथिक डिस्पेंसरी में कार्यरत डॉ. निजाम आलम (41) की 27 अक्टूबर को कोरोना संक्रमण से मृत्यु हो गई। जानकारी के मुताबिक 13 अक्टूबर को डॉ. निजाम की कोरोना संक्रमण रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी और वे होम आइसोलेशन थे।

 

19 अक्टूबर को सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें द्वारका सेक्टर-18 स्थित वेंकटेश्वर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत नहीं सुधरने के कारण अगले ही दिन उन्हें गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया था, जहां उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। पर 27 अक्टूबर को उन्होंने दम तोड़ दिया।

 

 

डॉ. निजाम मूल रूप से बिहार के दरभंगा जिले के रहने वाले थे। द्वारका सेक्टर-12 स्थित गंगोत्री अपार्टमेंट में पत्नी व दो बच्चों बेटा (7) और बेटी (10) के साथ रहते थे। परिवार में ये अकेले कमाने वाले थे। कोविड-19 के दौरान ये अप्रैल से ही ड्यूटी पर तैनात थे।

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