गरीब बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान करा रहे यूथ आईकन मोहित नागर
जमील मज़हरी का एक शेर है कि,
"जलाने वाले जलाते ही हैं चराग़ आख़िर
ये क्या कहा कि हवा तेज़ है ज़माने की"
वर्तमान परिवेश में एक ऐसा ही चराग़ जलाने का कार्य कर रहे हैं ग़ाज़ियाबाद के इकला में रहने वाले,"मोहित नागर" आपको बता दें कि मोहित पिछले सात वर्षो से गाजियाबाद जिले के औधोगिक क्षेत्र(यादव नगर), की झुग्गी - झोपड़ियों में रहने वाले गरीब बच्चों…
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