दिल्ली बॉर्डर पर कृषि कानूनों के विरोध में धरने पर बैठे किसान की मौत, यह है वजह
ABHISHEK SHARMA
कृषि कानूनों के विरोध में यूपी गेट पर चल रहे धरने प्रदर्शन में बागपत जिले के भगवानपुर नांगल गांव के किसान गलतान सिंह (57) की मौत हो गई। किसान परिवार के साथ धरने पर बैठा था। भाकियू नेता इंद्रपाल सिंह ने बताया कि शुक्रवार को करीब दो बजे किसान गलतान सिंह को दिल का दौरा पड़ा। भाकियू नेता किसान को लेकर नर्सिंग होम पहुंचे, जहां उसे मृत घोषित कर दिया।
बता दें कि दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन आज 37वें दिन भी जारी है। केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों को लेकर गतिरोध अब भी बरकरार है। कानूनों को रद्द कराने पर अड़े किसान इस मुद्दे पर सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर चुके हैं। किसानों ने सरकार से जल्द उनकी मांगें मानने की अपील की है।
वहीं सरकार की तरफ से यह साफ कर दिया गया है कि कानून वापस नहीं होगा, लेकिन संशोधन संभव है। ज्ञात हो कि केन्द्र सरकार सितम्बर में पारित किए तीन नए कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही है, वहीं प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
यूपी गेट बॉर्डर पर आज एक किसान गल्तान सिंह पंवार की मौत हो गई। वह गांव भगवानपुर नागल, जिला बागपत के रहने वाले थे। गल्तान सिंह आंदोलन में शुरू से ही शामिल थे। मौत की वजह अभी साफ नहीं हो सकी है। मौत का कारण हार्ट अटैक माना जा रहा है। तबीयत खराब होने पर आज उन्हें अस्पताल लेकर गए थे जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
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