बिजली के दामों पर आप प्रवक्ता राघव चड्ढा ने दी मनोज तिवारी को खुली बहस की चुनौती
Rohit Sharma (Photo-Video) Lokesh Goswami Tennews New Delhi :
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राघव चड्ढा ने भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद मनोज तिवारी को दिल्ली में बिजली के दामों के मुद्दे पर जनता के बीच खुली बहस की चुनौती दी। यह चुनौती राघव चड्ढा ने मनोज तिवारी द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखे गए पत्र में बिजली के दामों के बारे में झूठे एवं गलत आंकड़े प्रस्तुत करने के जवाब में दी।
राघव चड्ढा ने कहा कि भाजपा सांसद मनोज तिवारी को इस तरह के गलत और झूठे आंकड़ों के आधार पर बयानबाजी करना शोभा नहीं देता। किसी भी प्रकार की बयान बाजी करने से पहले उसके संबंध में सही आंकड़े जान लेने चाहिए थे। उन्होंने भाजपा सांसद मनोज तिवारी को चुनौती देते हुए कहा कि देश के कई राज्यों में भाजपा की सरकार है, मनोज तिवारी किसी भी एक भाजपा शासित राज्य में दिल्ली से सस्ती बिजली मुहैया कराने का उदाहरण प्रस्तुत करें।
राघव चड्ढा ने दिल्ली तथा अन्य राज्यों के मौजूदा बिजली के दामों के आंकड़े प्रस्तुत करते हुए कहा की वर्तमान समय में पूरे देश में दिल्ली के अंदर सबसे सस्ती बिजली जनता को मिल रही है। प्रस्तुत किए गए आंकड़े निम्न प्रकार से हैं।
1) देश के विभिन्न राज्यों में 200 यूनिट तक, प्रति यूनिट बिजली के दाम…
-दिल्ली= 2.25 रुपए
-गुजरात= 3.80 रुपए (लगभग)
-उत्तर प्रदेश= 6.03 रुपए
-महाराष्ट्र= 6.40 रुपए
-हरियाणा= 3.75 रुपए
कांग्रेस शासित राज्य….
-मध्यप्रदेश= 6.54 रुपए
-कर्नाटका= 6.06 रुपए
-राजस्थान= 6.72 रुपए
-छत्तीसगढ़= 3.80 रुपए (लगभग)
देश के अलग-अलग राज्यों में 200 यूनिट तक प्रति यूनिट बिजली के दाम ₹3 से लेकर ₹10 तक हैं। परंतु दिल्ली के अंदर यही दाम अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा ₹2.25 हैं।
2) देश के विभिन्न राज्यों में 200 यूनिट तक फिक्स्ड चार्ज….
-दिल्ली= 450 रुपए
-गुजरात= 758 रुपए
-उत्तर प्रदेश= 1250 रुपए
-महाराष्ट्र= 1313 रुपए
-हरियाणा= 750 रुपए
कांग्रेस शासित राज्य….
-मध्यप्रदेश= 1307 रुपए
-कर्नाटका= 1200 रुपए
-राजस्थान= 1343 रुपए
-छत्तीसगढ़= 756 रुपए
उन्होंने कहा है कि दिल्ली में फिक्स्ड चार्ज मात्र ₹450 है। जबकि देश के अन्य राज्यों में यही फिक्स्ड चार्ज ₹750 से लेकर ₹2000 तक उपभोक्ताओं से वसूले जा रहे हैं। अर्थात फिक्स्ड चार्ज के मामले में भी दिल्ली सबसे बेहतर है।
3) देश के विभिन्न राज्यों में 400 यूनिट तक, प्रति यूनिट बिजली के दाम…
दिल्ली= 3.50 रुपए
-गुजरात= 4.45 रुपए
-उत्तर प्रदेश= 6.67 रुपए
-महाराष्ट्र= 11.56 रुपए
-हरियाणा= 7.03 रुपए
कांग्रेस शासित राज्य….
-कर्नाटका= 7.23 रुपए
-राजस्थान= 6.74 रुपए
-छत्तीसगढ़= 4.54 रुपए
इन आंकड़ों के मुताबिक 400 यूनिट तक की खपत करने वाले उपभोक्ताओं को भी दिल्ली में ही सबसे सस्ती बिजली मुहैया कराई जा रही है। जबकि अन्य भाजपा और कांग्रेस शासित राज्यों में यह दाम कही अधिक हैं।
4) देश के विभिन्न राज्यों में 400 यूनिट तक फिक्स्ड चार्ज….
-दिल्ली= 1400 रुपए
-गुजरात= 1700 रुपए
-उत्तर प्रदेश= 2600 रुपए
-महाराष्ट्र= 4600 रुपए
-हरियाणा= 2800 रुपए
राघव चड्ढा ने कहा कि दिल्ली में बिजली पहले इतनी सस्ती नहीं थी। अरविंद केजरीवाल की सरकार बनने से पहले दिल्ली के अंदर भी बिजली के दाम महंगे हुआ करते थे। पिछली सरकारें बिजली कंपनियों के साथ मिलकर बिजली के दाम बढ़ाती रहती थी। परंतु जब से दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार आई, दिल्ली में बिजली के दाम पूरे देश में सबसे कम हुए हैं। साथ ही उनका कहना है कि पिछले साढे 4 साल में अरविंद केजरीवाल की सरकार ने बिजली के दामों को बढ़ाने पर लगाम लगाने काम किया है , एक बार भी बिजली के दाम बढ़ने नहीं दिए हैं।
भारतीय जनता पार्टी पर खुली लूट का आरोप लगाते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि जब दिल्ली, जो कि देश की राजधानी है, जिसे देश का सबसे महंगा शहर माना जाता है, वहां अरविंद केजरीवाल की सरकार जनता को इतनी सस्ते दामों पर बिजली मुहैया करा सकती है, तो भाजपा, जिन राज्यों में उनकी सरकार है, वहां की जनता को सस्ते दामों पर बिजली उपलब्ध क्यों नहीं करा सकती?
मनोज तिवारी द्वारा लगाए गए बिजली कट के आरोप पर जवाब देते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि जब से दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार आई है, लोगों ने इनवर्टर और जनरेटर खरीदना बंद कर दिए हैं। दिल्ली में 24 घंटे सबसे सस्ते दामों पर बिजली की सप्लाई अरविंद केजरीवाल की सरकार द्वारा मुहैया कराई जा रही है।
मनोज तिवारी को चुनौती देते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि जहां भी मनोज तिवारी तय करेंगे, जिस जगह पर तय करेंगे, जिस समय पर तय करेंगे, मैं यह आंकड़े लेकर पहुंच जाऊंगा। मनोज तिवारी जनता के बीच खुली बहस करें और भाजपा शासित किसी एक भी राज्य में दिखा दे, जहां पर 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जा रही हो, और दिल्ली में जो बिजली के दाम हैं, उससे सस्ती बिजली उपलब्ध कराई जा रही हो।