New Delhi: भारती ऐयरटेल जो कि देश की प्रतिष्ठित मोबाईल नेटवर्क प्रदाता कम्पनी है, इस कम्पनी से विगत कई वर्षों से जुड़े तथा अपनी सेवाएं दे रहे लोगों ने दिल्ली के जंतर मंतर पर आज जमकर प्रदर्शन किया। लोगों ने कहा की इस कम्पनी से जुड़ने से पहले हमें कम्पनी के प्रतिनधि द्वारा सुनहरे भविष्य का वादा किया गया जिस पर भरोसा करते हुए हमने अपनी जमा पूंजी का निवेश कम्पनी का स्टोर खोलने, उसे सुचारू रूप से चलाने में लगा दिया।
“हम में से अधिकांश ऐसे भी चेनल पार्टनर साथी है जिन्होंने इधर-उधर से उधार लेकर भी स्टोर खोलने में अपना पैसा निवेश किया। चैनल पार्टनर ने पूंजी निवेश करने के बाद अपनी जी तोड़ मेहनत, अपना कीमती वक्त कम्पनी को देते हुए अपनी तरफ से बेहतर सेवाएं दी ।इस बात से इंकार नही किया जा सकता कि चैनल पार्टनर की कड़ी मेहनत की बदौलत ही आज कम्पनी के साथ अच्छी तादाद में उपभोक्ता जुड़ चुके है, तथा जुड़ रहे है। ”
“इन उपभोक्ताओं को कम्पनी से जोड़ने के लिए हमारे द्वारा बेचे गए प्रति कनेक्शन की एवज में कम्पनी द्वारा हमें एक तय कमीशन दिया जाता रहा है। उसी कमीशन से हम अपने स्टाफ का वेतन, बिल्डिंग का किराया, बिजली -पानी इत्यादि के खर्चे करते आये है। यानी कि प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से कई परिवारों का आर्थिक जुड़ाव कम्पनी से रहा है।”
“हम सभी चैनल पार्टनर कम्पनी द्वारा दिए गए दिशा-निर्देश की पालना करते हुए अपनी सेवाएं दे रहे है। लेकिन, अब कम्पनी द्वारा चैनल पार्टनर स्टोर बन्द करने का कठोर कदम उठाया जा रहा है।”
“अगर चैनल पार्टनर स्टोर बन्द किए जाते है तो सैकड़ो परिवारों पर आर्थिक संकट आ जाएगा। जैसा कि सर्वविदित है की कोरोना माहमारी के चलते लगे लोकडाउन कि वजह से सभी आर्थिक तौर पर परेशानी का सामना कर रहे है। ऐसे में इसी दौर में अब कम्पनी स्टोर बन्द करती है तो हमारी आजीविका पर प्रहार होगा। हम सभी इस कम्पनी से विगत कई वर्षों से जुड़े हुए है। ऐसे में कम्पनी के परिवार का ही हिस्सा होने के कारण इस कम्पनी से हमारा भावनात्मक जुड़ाव भी रहा है।”
“कम्पनी देश की प्रतिष्ठित कम्पनी है। उम्मीद करते है कि भावनात्मक पहलू को भी मद्देनजर रखते हुए कम्पनी ऐसा कोई कदम नही उठाएगी, जिससे कि हमें,हमारे परिवार को, हमारे बच्चों को, हमारे स्टाफ को किसी तरह की मुसीबत के सामना करना पड़े। क्योकि हम वही चैनल पार्टनर है जिनकी सेवाओं से कम्पनी के साथ आज अच्छी तादाद में ग्राहक जुड़े हुए है।”