अखिल भारतीय आंगनबाड़ी कर्मचारी महासभा के सैकड़ों लोगों ने अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में कई राज्यों की आंगनबाड़ी महिला कर्मचारी शामिल रही , साथ ही इस प्रदर्शन में केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की ।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि कई वर्षों से आंगनबाड़ी में काम रहे है , लेकिन आज उनका वेतन नही बढ़ाया गया है। आंगनबाड़ी कर्मचारियों का वेतन आज 4500 रुपये महीना है , वही आज के समय मे महंगाई बढ़ती जा रही है । जिसके कारण आंगनबाड़ी में काम रहे कर्मचारी अपना परिवार का पालन नही कर पा रहा है । इतने सालों से जो कर्मचारी आंगनबाड़ी में काम रहे है , उन्हें सरकारी कर्मचारी का दर्जा नही मिल पाया है ।
वही दूसरी तरफ आंगनबाड़ी में काम कर रही महिला कर्मचारी का कहना है कि जितनी भी सरकार केंद्र और राज्य में आई है , उन्होंने आंगनबाड़ी के हित मे कोई काम नही किया है । जब किसी राज्य में चुनाव होते है तो आंगनबाड़ी के कर्मचारियों को चुनाव में लगा दिया जाता है ।
आंगनबाड़ी कर्मचारी राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं को लेकर लोगों को जागरूक करते है , साथ ही बच्चों के स्वास्थ को लेकर घर घर बच्चों को पोलियों की दवा पिलाने के लिए आंगनबाड़ी कर्मचारी ही जाते है । इतने काम करने के बाबजूद भी केंद्र सरकार और राज्य सरकार आंगनबाड़ी कर्मचारियों के लिए काम नही कर रही है ।
अखिल भारतीय आंगनबाड़ी कर्मचारी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलाब सिंह ने कहा कि आंगनबाड़ी कर्मचारियों का वेतन 4500 से बढ़ाकर 18 हज़ार करना चाहिए , जिससे कर्मचारी अपने परिवार का पालन पोषण कर सके । आंगनबाड़ी कर्मचारियों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए । साथ ही रिटायरमेंट के बाद उन कर्मचारियों को 10 लाख रुपये दिए जाएं और पेंशन लागू की जाए।
आपको बता दे कि अपनी 9 सूत्री मागों को लेकर पिछले कई दिनों से आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ का धरना रांची में जारी है । मंगलवार देर शाम को जब ये सेविकाएं मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने जा रही थीं, तब रांची पुलिस का बर्बर चेहरा सामने आया , पुलिस ने ये भी नहीं समझा कि ये महिलाएं हैं. , पुरुष पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारी सेविकाओं पर लाठियां बरसा दीं।