पेप्सिको कंपनी के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन ने किया धरना प्रदर्शन
Saurabh Kumar / Baidyanth Halder
Greater Noida (01/05/2019) : आज भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने ग्रेटर नॉएडा स्थित पेप्सिको कंपनी की इकाई के बाहर जम के विरोध किया साथ ही प्लांट के अंदर आवाजाही पर रोक लगा दी। किसानों का यह विरोध गुजरात में अमरीकी कंपनी द्वारा 9 किसानों पर पेटेंट के उलंघन का आरोप लगाते हुए दायर किए गए मुकदमे के खिलाफ था।
दरअसल, कुछ दिनों पहले किसानों और पेप्सिको के बीच यह विवाद शरू हुआ, जब पेप्सिको ने गुजरात के नौ किसानों के खिलाफ कथित तौर पर ‘अधिकार के उल्लंघन’ के लिए मामला दर्ज कराया। उनसे 1.5-1.5 करोड़ रुपये मुआवजे की मांग की गई है। कंपनी का कहना था कि ये किसान गैरकानूनी तरीके से आलू की FC5 वेरायटी की खेती कर रहे हैं जिसका इस्तेमाल लेज चिप्स बनाने में होता है।
इसके बाद किसानों तथा तमाम सामाजिक संगठनों ने इसका सड़को से लेकर सोशल मीडिया पर जम कर विरोध शरू कर दिया। इस पुरे मामले में गुजरात सरकार भी किसानों के साथ खड़ी नज़र आ रही है।
आज टेन न्यूज़ से बातचीत करते हुए भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने साफ़ कहा कि इस तरह का तुगलकी फरमान कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भारतीय किसान यूनियन पुरे देश भर में पेप्सी और लेज़ का बहिस्कार करता है। साथ ही हम केंद्र सरकार से यह भी मांग करते है की सरकार एक नोटिफिकेशन जारी करे ताकि कोई भी निजी कंपनी बिना किसान और स्थानीय जिला कृषि कार्यलय की अनुमति के बिना उसके खेत में प्रवेश न कर सके।
इस दौरान किसानो का विरोध जताने का अनूठा तरीका दिखा। किसानों ने पेप्सी और लेज़ रखके बीन बजा के उसकी होली जलाई। इस दौरान कंपनी के एक प्रतिनिधि भी किसानों से वार्ता करने पहुंचे इस दौरान भी किसानों का रुख उग्र ही रहा। हालांकि आलू पर ठनी इस कानूनी लड़ाई में सोशल मीडिया पर जिस तरह प्रतिक्रिया आई और ब्रैंड की इमेज को धक्का लगा उसके बाद कंपनी के रुख में नरमी आ गई है और किसानों के सामने कोर्ट के बाहर समझौते का प्रस्ताव भी रखा है।