New Delhi (08/12/2021): एसएससी जीडी के छात्र इन दिनों लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है की मेडिकल फिट होने के बावजूद, एग्जामिनेशन में पास हो के बावजूद, 3 साल से सरकार की तरफ से उन्हें जॉइनिंग लेटर नहीं आया है। इस मांग को लेकर लगातार छात्र दिल्ली के जंतर मंतर पर बैठे हुए हैं।
इस बीच छात्रों की आवाज को और बुलंद करने के लिए आज जंतर-मंतर पर भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद पहुंचे, उन्होंने कहा कि सरकार एसएससी जीडी 2018 भर्ती के लिए क्यों नहीं कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार एसएससी जीडी 2018 मेडिकल सीट विद्यार्थियों की पीड़ा क्यों नहीं सुन रही छात्र, अपने हक की मांग कर रहे हैं कोई भीख नहीं मांग रहे हैं।
आपको बता दें कि एसएससी 2018 की जीडी भर्ती में नियुक्ति की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने पहले भी जंतर-मंतर पर विरोध दर्ज कराया था। आज फिर से छात्र भारी संख्या में जंतर-मंतर पहुंचे और उन्होंने अपनी व्यथा को लोगों के सामने रखा। छात्रों का कहना है कि हम युवा हैं,हमारी पीड़ा सरकार नहीं सुनती है, 3 साल का समय बर्बाद हो गया और हम दर-दर भटक रहे हैं।
देश के अलग-अलग राज्यों से आए छात्रों ने सरकार से अपनी मांग को दोहराते हुए गुजारिश किया कि जल्द से जल्द हमारी मांग को सुना जाए, नहीं तो आने वाले कई राज्यों में विधानसभा चुनाव में हम सरकार के खिलाफ मतदान करेंगे। सरकार को बता देंगे कि युवाओं की ताकत कितनी होती है। प्रधानमंत्री बार-बार कहते हैं कि हिंदुस्तान युवाओं का देश है लेकिन आज देश के युवा सड़कों पर हैं।
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि यह सरकार तानाशाही है, लोगों की आवाज नहीं सुनती है। नफरत की राजनीति करना चाहती है, युवा आज की तारीख में सरकारी नौकरी मांग रहा है वह कोई भीख नहीं मांग रहा है, अपना हक मांग रहा है, हम सरकार से अपील करते हैं कि इनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए नहीं तो आने वाले दिनों में हम खुद छात्रों के साथ संसद का घेराव करेंगे।
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि जिस तरीके से आज देश के युवा सड़कों पर है इससे साबित होता है कि यह सरकार युवा विरोधी है। जिन्हें पढ़ना चाहिए वह अपने हक मांग रहे हैं, हम तो पहले भी मांग कर चुके हैं देश के युवा को बाहर पढ़ने भेजा जाए और फिर उसके बाद देश आकर राष्ट्र का निर्माण करें।
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि युवाओं की आवाज और इनकी जो मांग है उसे सरकार को जल्द से जल्द सुनना होगा। नहीं तो यह आंदोलन एक बहुत बड़ा स्वरूप लेगा, आने वाले दिनों में हम इस आंदोलन को आगे ले जाएंगे। आज से हम इन छात्रों के हक की आवाज को बुलंद करेंगे और जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती है हम पीछे नहीं हटने वाले हैं, न्याय दिला कर हम यहां से हटेंगे।