बिमटेक में हुई ‘नोएडा-ग्रेटर नोएडा में नगर निगम आवश्यकता’ विषय पर चर्चा, विधायक, जिलाधिकारी समेत अनेकों ने रखे विचार
Talib Khan / Saurabh Kumar
Greater Noida, (17/12/2018): ग्रेटर नॉएडा के नॉलेज पार्क में स्थित बिमटेक कॉलेज और टेन न्यूज़ के संयुक्त तत्वाधान में आज नोएडा -ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में नगर निगम की स्थापना को लेकर “राउंड टेबल कांफ्रेंस” का आयोजन किया गया।
इस कांफ्रेंस में नॉएडा विधायक पंकज सिंह , ज़िलाधिकारी बी एन सिंह , बिमटेक कॉलेज के डायरेक्टर एच चतुर्वेदी , प्रोफेसर, के के पांडेय और ठाणे नगर निगम, महाराष्ट्र के डिप्टी कमिश्नर ओम प्रकाश दिवटे ने भाग लिया।
इस कांफ्रेंस के दौरान मुख्य विषय नॉएडा और ग्रेटर नॉएडा में नगर निगम की स्थापना पर विचार मंथन किया गया।
कई बुद्धिजीवियों का मत रहा है की जिस तरह की परेशानिया इन दोनों शहरों में आने लगी हैं वो समस्याएँ प्राधिकरण के रहते खत्म नहीं हो पा रही हैं। जिसकी वजह से नगर निगम को बनाने को लेकर काफी सोच विचार एवं चर्चाएँ चल रही हैं।
आमतौर पर शहरी व्यवस्था में नगर निगम के कार्य निवासियों के सुधार के लिए होते हैं और प्राधिकरण द्वारा किये जा रहे कार्य औधोगिक सुधार के लिए हैं।
चर्चा के दौरान जिला अधिकारी बी एन सिंह ने अपना मत रखते हुए कहा कि
1) नॉएडा शहर इस समय पर इंडस्ट्रीज का हब बन चूका है जिसमे माध्यम वर्ग, और लेबर वर्ग के लोग भी काफी ज़्यादा हो गये हैं।
२) आने वाले 5 , 6 सालो में नॉएडा , ग्रेटर नॉएडा की आबादी और आवाजाहि जेवर एयरपोर्ट और मेट्रो की वजह से और भी बढ़ जाएगी।
३) जिसकी वजह से नगर निगम की आवश्यकता बढ जाएगी।
४) नॉएडा प्राधिकरण, वो काम नहीं कर सकता जो काम नगर निगम करता है।
५) आपसी मसलो के कारण प्राधिकरण, नगर निगम वाले कामो पर ध्यान नहीं दे पा रही है क्योंकि नगर निगम की कार्यप्रणाली और प्राधिकरण की कार्यप्रणाली में बेहद अंतर है।
६ ) नॉएडा के विकास के लिए प्राधिकरण के लोगो को प्राधिकरण की कार्यप्रणाली में सुधार लाने की आवश्यकता है और नए नियमो को लागू करने की आवश्यकता है।
७ ) जिन लोगो को नगर निगम में राजनीती आ जाने का विचार है उसके लिए, अगर नगर निगम बनता है, तो हम लोग (NDMC) की कार्यप्रणाली को अपना सकते हैं जिसमे एक एडमिनिस्ट्रेटर उसको संभालता है।
इसके साथ ही नॉएडा विधायक पंकज सिंह ने भी विषय पर अपनी राय जाहिर करते हुए निम्नलिखित तर्क रखे-
1) जनतंत्र में हर इंसान का योगदान महत्वपूर्ण होता है और इसी तरह प्राधिकरण की कार्यप्रणाली में भी नॉएडा निवासियों के योगदान का महत्व होना चाहिए।
2 ) हर आर्गेनाइजेशन में कुछ न कुछ कमिया होती हैं पर अगर उन कमियों को दूर कर दिया जाए तो वो ठीक से कार्य कर सकती हैं,
3 ) इसी तरह अगर नगर निगम को भी उन कमियों से मुक्त करके बनाया जाएगा तो उसमे भी कोई कमी नहीं आएगी।
4 ) जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी नगर निगम का निर्माण करना चाहिए क्योंकि नगर निगम नॉएडा ग्रेटर नॉएडा निवासियों की सबसे बड़ी ज़रूरत बनती जा रही है।
बिमटेक डायरेक्टर और सामाजिक विचारक एच चतुर्वेदी ने भी अपनी राय देते हुए कहा की उत्तर प्रदेश में नॉएडा और ग्रेटर नॉएडा से एक बड़ा हिस्सा वित्तीय राजस्व के लिए जाता है। यहाँ के योगदान को देखते हुए आवश्यक है की
नॉएडा और ग्रेटर नॉएडा को एक ऐसी संस्था मिलनी चाहिए जो की इन दोनों शहरों को एक जुट करके दोनों के विकास के लिए कार्य करे।
ये मीटिंग दोनों शहरों के लोगों के विकास के लिए ही की गयी है।
जिस तरह से हमारे प्रधानमंत्री ने शपथ लेते टाइम कहा था ” शासन पर ज़्यादा ध्यान दे और सरकारी मुद्दों पर कम ” उसी तरह इस नगर निगम की भी ऐसे ही स्थापना होनी चाहिए।
चर्चा के दौरान विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे ठाणे के म्यूनिसिपल कमिश्नर प्रकाश दिवाते ने कहा, “जिस तरह से वो बाकि सब लोग की बातों से समझ पाए हैं तो उस तरह से नॉएडा और ग्रेटर नॉएडा को सबसे ज़्यादा ज़रूरत इस समय नगर निगम की है। उन्होंने नवी मुंबई और ठाणे नगर निगम के कार्यो के बारे में बताया की किस तरह यह नगर निगम सर्फ 13 साल में बन गयी थी। इस नगर निगम ने जिस कार्यप्रणाली को अपनाया उन्होंने उसी कार्यप्रणाली को अपनाने का सुझाव दिया। साथ ही नॉएडा नगर निगम को सबसे ज़्यादा ध्यान किन किन चीज़ो पर देना चाहिए उस पर भी सुझाव दिया जैसे की सीवर की समस्या, कूड़े की समस्या और आदि।
दादरी विधायक तेजपाल नागर ने नोएडा और ग्रेटर में नगर निगम का गठन करने पर अपनी सहमति जताते हुए कहा कि नोएडा में नगर निगम का गठन अवश्य होना चाहिए। नोएडा-ग्रेटर नोएडा पूरे एशिया में जाने जाते हैं। इन दोनों शहरों में विकास गति में तेजी आए इसलिए दोनों शहरों में अलग-अलग गठन होना चाहिए क्योंकि ग्रेटर नोएडा की आबादी भी नोएडा से काम नहीं है तो नगर परिषद की जगह नगर निगम का ही गठन हो। जब दोनों जगह नगर निगम बनेगी तो ज्यादा पैसा आएगा जिससे विकास की गति दौड़ेगी और एशिया में गौतमबुद्धनगर जनपद का और अधिक नाम होगा। गौतमबुद्धनगर में ग्राम पंचायत चुनावों का अस्तित्व खत्म हो गया है, आर्थिक तंगी के कारण ग्रेटर नोएडा में पूरी तरह से विकास नहीं हो पा रहा है इसलिए यह जरूरी है कि नोएडा-ग्रेटर नॉएडा में नगर निगम का गठन किया जाए।
चर्चा में सहभागिता करते हुए फोनरवा अध्य्क्ष एन पी सिंह ने अपने विचार रखते हुए कहा, “नॉएडा विकास प्राधिकरण और ग्रेटर नॉएडा विकास प्राधिकरण के होते हुए भी यहाँ पर रख रखाओ का कार्य बेहद सुस्त है। यहाँ के लोग भी सरकार को उतना ही टैक्स जमा करते हैं जितना बाकि देश की जनता जमा करती है फिर भी सरकार यहाँ के प्राधिकरणों को कोई फण्ड नहीं देती। और निवासियों के लिए भी कोई सुविधा नगर निगम के तरीके की नहीं बनाना चाहती। यहाँ के लोगो का योगदान या तो नॉएडा प्राधिकरण में बढ़ाया जाए या फिर नगर निगम की स्थापना की जाए और उसको फ्री होल्ड प्रणाली द्वारा लोगो को चलाने दिया जाए।”
इस दौरान नोएडा-ग्रेटर नॉएडा के कोनरवा, फोनरवा , राज कुमार भाटी , एक्टिव सिटीजन टीम समेत कई सारी संस्थाओ के लोग एवं अनेकों बुद्धिजीवी जन उपस्तिथ रहे।
Video Highlights: BIMTECH Roundtable on Municipal Options for Noida Region
Photo Highlights: BIMTECH Round table on “Municipal Options for Noida Region”