एमसीडी के धरने को लेकर बोले विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी, सीएम को कैद करके बीजेपी कर रही है लोकतंत्र की हत्या

ABHISHEK SHARMA

देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर दिल्ली नगर निगम के 13 हजार करोड़ रूपये के फंड को रोके जाने के विरोध में बीजेपी धरना प्रदर्शन कर रही है। बीजेपी नेताओं के साथ निगम के कर्मचारी भी प्रदर्शन कर रहे हैं।

बीजेपी का कहना है की एमसीडी के 13 हजार करोड़ का बकाया अरविंद केजरीवाल सरकार नहीं दे रही है। फंड नहीं मिलने की वजह से एमसीडी के कर्मचारियों का वेतन रुका हुआ है।

नॉर्थ एमसीडी के मेयर जय प्रकाश, साउथ एमसीडी की मेयर अनामिका मिथिलेश सिंह और ईस्ट एमसीडी के मेयर निर्मल जैन ने धरनास्थल पर ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि यह हमारी व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है, बल्कि दिल्लीवासियों को मूलभूत सुविधाएं देने वाली दिल्ली की तीनों नगर निगमों के हक की लड़ाई है। मेयरों ने यह भी साफ कर दिया कि लोकतांत्रिक तरीके से चल रहा उनका यह धरना जारी रहेगा, ताकि निगम के कर्मचारियों को समय पर वेतन मिल सके।

इसी को लेकर टेन न्यूज़ ने ‘दिल्ली वालों के दिल की बात’ कार्यक्रम में चर्चा की इस कार्यक्रम में नॉर्थ एमसीडी के मेयर जयप्रकाश एवं मॉडल टाउन से आम आदमी पार्टी के विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी उपस्थित रहे।

आपको बता दें कि ‘दिल्ली वालों के दिल की बात’ कार्यक्रम का संचालन टेन न्यूज़ के बेहद ऊर्जावान एंकर राघव मल्होत्रा करते आ रहे हैं। वह अपनी शालीनता के जरिए लोगों के हित में प्रश्न करते हैं, जिससे कि दर्शकों के मन में उठ रहे सवालों का जवाब मिल जाता है।

मेयर जयप्रकाश ने बताया कि दिल्ली सरकार ने तीनों नगर निगम के 13000 करोड रुपए रोक रखे हैं, जिसको लेकर हम धरने प्रदर्शन पर हैं।

आम आदमी पार्टी के विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोग दूषित मानसिकता के साथ राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तीनों एमसीडी को बीजेपी सरकार ने कूड़े का ढेर बना दिया है। कहीं सफाई नहीं होती, जगह जगह पर आवारा पशु घूम रहे हैं, कुत्तों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। दिल्ली में जनसंख्या बढ़ती जा रही है, दिल्ली में भ्रष्टाचार के तहत अवैध निर्माण हो रहे हैं। इन सब से जनता त्रस्त है, उसे छिपाने के लिए यह ड्रामेबाजी की गई है।

उन्होंने कहा कि पुलिस विधायकों को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से नहीं मिलने दे रही है। बीजेपी सरकार पूरी तरह से गुंडई पर उतर आई है। मुख्यमंत्री की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है, उनको हाउस अरेस्ट करके रखा है। यह पूरा कार्य बीजेपी सरकार की देखरेख में हुआ है।

उन्होंने कहा कि बीजेपी के मेयर लगातार ड्रामेबाजी कर रहे हैं। केंद्र की सरकार हर वर्ष नगर निगम का 1300 करोड़ रुपए खा जाती है। इसके अलावा तीनों नगर निगम का डीडीए पर 3000 करोड़ रुपए बकाया है, लेकिन यह उसे मांगने के लिए धरने पर नहीं बैठते। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने जून में भी नगर निगम को 578 करोड रुपए दिए थे।

नगर निगम अपने कर्मचारियों की सैलरी नहीं दे रही है लोगों को पेंशन भी नहीं मिल रही है, इनसे कोई नहीं पूछता। उन्होंने कहा कि दिल्ली की एमसीडी भ्रष्टाचार की चरम सीमा पर है। उन्होंने कहा कि किसान धरने पर बैठे हैं, अरविंद केजरीवाल सिंघु बॉर्डर पर उनसे मिले थे, जिससे बीजेपी सरकार सहन गई है और उन्हें नजरबंद कर दिया गया है। ताकि वे किसानों के समर्थन में ना जाए। यह बहुत बड़ी साजिश है, लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।

विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी ने कहा कि दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन ने एमसीडी के तीनों में मेयरों को कहा था कि उनका जितना भी बकाया है, वह डाटा तैयार कर अपने कमिश्नर के साथ उनके साथ बैठक करें लेकिन वह इसके लिए राजी नहीं होते। इसका जवाब उनसे लीजिए अगर बकाया है, तो बैठक करने में क्या परेशानी हैं।

वहीं उन्होंने पुलिस द्वारा उनके साथ किए गए अभद्र व्यवहार पर बोलते हुए कहा कि यह सभी ने देखा कि किस तरह से बीजेपी शासित दिल्ली पुलिस ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया था। उनको उठाकर गाड़ी में डाला गया। जबकि उनके पास दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से मिलने का अपॉइंटमेंट था। यह पूरी तरह से लोकतंत्र की हत्या है और बीजेपी की गुंडागर्दी का उदाहरण है।

विधायक ने कहा कि 2017 में एमसीडी चुनाव के घोषणा पत्र में कोई भी नया टैक्स नहीं लगाने का वादा करने वाली भारतीय जनता पार्टी ने तीनों एमसीडी में 11 प्रकार के टैक्स में वृद्धि कर कोरोना महामारी से जूझ रहे दिल्ली वासियों के साथ धोखा किया है।

बीजेपी शासित तीनों ही एमसीडी ने संपत्ति व व्यावसायिक, रिहायशी आवास, ट्रेड लाइसेंस, फैक्ट्री लाइसेंस, हेल्थ लाइसेंस समेत 11 प्रकार के टैक्स में बढ़ोतरी करने की घोषणा की है। विधायक ने कहा कि एक तरफ दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने पिछले 6 वर्षों में बिना टैक्स बढ़ाए अपने बजट को दोगुना कर दिया और दूसरी तरफ भाजपा शासित एमसीडी ने मनमाना टैक्स वृद्धि कर दिल्लीवालों की कमर तोड़ रही है।

उन्होंने कहा कि यदि किसी राज्य की कार्य संचालन की गुणवत्ता की जांच करनी है, तो उसका आधार होता है उस राज्य की टैक्स प्रणाली। उस राज्य में किस स्तर पर टैक्स वसूला जा रहा है, क्या टैक्स की राशि बढ़ाई जा रही है या घटाई जा रही है।

उन्होंने कहा कि पिछले 6 साल से दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है और 6 साल के कार्यकाल में हमने एक भी टैक्स में बढ़ोतरी नहीं की है, बल्कि कई प्रकार के टैक्स में कटौती की है और कटौती करने के बावजूद भी हमने दिल्ली का बजट दोगुना करके दिखाया।

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