बीएसईएस यमुना पॉवर ने 3 एम्बुलेंस और 50 हैंड सैनिटाइजर मशीन दिल्ली सरकार को सौंपा
ROHIT SHARMA
नई दिल्ली :– मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने को लेकर चलाई जा रही मुहिम को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से कंपनियां भी सहयोग देने के लिए आगे आ रही हैं।
दिल्ली सरकार की मुहिम को मजबूती प्रदान करने के लिए बीएसईएस यमुना पॉवर लिमिटेड ने आज तीन एंबुलेंस और 50 हैंड सैनिटाइजर मशीनें दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग को सौंपा। दिल्ली सचिवालय में आयोजित एक समारोह में स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने तीनों एंबुलेंस को हरी झंडी दिखा कर अस्पतालों के लिए रवाना किया।
यह तीनों एंबुलेंस दिल्ली के जीटीबी, जीबी पंत और लाल बहादुर शास्ती अस्पताल को सौंपी गई हैं। साथ ही, बीएसईएस यमुना पाॅवर द्वारा दी गईं दो हैंड सैनिटाइजर मशीनों का दिल्ली सचिवालय में उद्धघाटन किया।
इस अवसर पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने बीएसईएस यमुना पॉवर लिमिटेड का धन्यवाद देते हुए कहा कि यह एम्बुलेंस और हैंड सैनिटाइजर दिल्ली के लोगों के लिए काफी उपयोगी साबित होंगे। उन्होंने कहा कि यह मशीनें अच्छी गुणवत्ता वाली और कांटेक्ट लेस हैं, जिसमे हाथ लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि इन सभी हैंड सैनिटाइजर मशीनों को दिल्ली के अलग-अलग मोहल्ला क्लीनिक में लगाया जाएगा, ताकि वहां आने वाले लोगों को हाथों को सैनिटाइज करने की सुविधा प्रदान की जा सके।
स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने एंबुलेंस की विशेषताओं के बारे में बताते हुए कहा कि यह जीवन रक्षक एम्बुलेंस है, इसमें वेंटिलेटर भी लगा हुआ है। मुझे उम्मीद है कि इसका दिल्ली के लोगों को बहुत फायदा मिलेगा।
एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) एम्बुलेंस सेवा गंभीर मरीजों के लिए निःशुल्क और जीवन रक्षक सुविधाओं से लैस होती हैं। इन एम्बुलेंस का फिलहाल कोरोना के गंभीर मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में इस्तेमाल किया जाएगा। इसके बाद, दिल का दौरा पड़ने वाले, सांस की परेशानी से ग्रसित मरीजों, आग में झुलसने, नवजात और प्रसव के गंभीर मरीजों को अस्पताल लाने में लाभ मिलेगा।
स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने बताया कि सरकारी अस्पताल में भर्ती गंभीर मरीजों को इस सुविधा का लाभ मिलेगा। एएलएस एम्बुलेंस में वेंटिलेटर, ऑक्सीजन, ऑटोमैटेड डिफेबरीलेटर, मल्टी पैरा मॉनीटर, फिटल डॉप्लर, इमरजेंसी दवाएं और पैरा मेडिकल स्टाफ होंगे।