कोरोना के चलते क्रिसमस पर दिल्ली में इस बार चर्च रहेंगे बंद , केवल गिरजाघर के सदस्य कर सकेंगे प्रार्थना और पूजा
ROHIT SHARMA
नई दिल्ली :– दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले उतने कम नहीं हुए हैं, जितना कि उम्मीद की जा रही थी। ऐसे में क्रिसमस के साथ न्यू ईयर का जश्न फीका ही रहने वाला है।
क्रिसमस को लेकर दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार ने कोई खास गाइडलाइन जारी नहीं की है, लेकिन शहर के सभी चर्च बंद हैं। ऐसे में श्रद्धालु क्रिसमस त्योहार घर पर ही रहकर मनाएंगे। सार्वजनिक रूप से कोई भी त्योहार मनाने के लिए पुलिस प्रशासन से इजाजत लेना जरूरी है, इसी के साथ 50 से अधिक लोगों की मौजूदगी भी नहीं होनी चाहिए।
क्रिसमस त्योहार पर इस बार दिल्ली का सबसे बड़ा चर्च पहली बार बंद रहेगा। दरअसल आज और कल को दिल्ली के दोनों चर्चित चर्च बंद रहेंगे। वहीं, गिरजाघर की सजावट हर साल की तरह ही की गई है, लेकिन इसके अंदर प्रवेश की इजाजत नहीं होगी।
चर्च के पदाधिकारियों की मानें तो इस मौके पर प्रत्येक साल दो लाख से अधिक श्रद्धालु आते थे, लेकिन इस बार बंद रखने का फैसला लिया है। सेक्रेड हार्ट कैथेड्रल गिरजाघर के पादरी लारेंस के मुताबिक, कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पहली बार चर्च को बंद करने का फैसला लिया गया है।
आपको बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक रहेगी। केवल गिरजाघर के सदस्य प्रार्थना और पूजा कर सकेंगे, जिसके लिए विशेष व्यवस्था की गई है। चर्च में बेंच पर अलग-अलग बैठने के लिए निशान बनाए गए हैं। बिना मास्क वाले किसी भी सदस्य को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
श्रद्धालुओं के लिए गेट पर एक बक्शा रखा गया है, पत्र में लोग अपनी प्रार्थना लिखकर उसमें डाल सकते हैं। वीवीआइपी को भी नहीं दिया जाएगा। इस बार किसी भी वीवीआइपी को निमंत्रण नहीं भेजा गया है। प्रवेश द्वार पर भीड़ को नियंत्रण करने के लिए दिल्ली पुलिस से मदद मांगी गई है।
अंग्रेजी, हिंदी और मलयालम में भी होगी प्रार्थना क्रिसमस डे पर चर्च के अंदर चार बार प्रार्थना की जाएगी। सबसे पहले सुबह सात बजे मलयालम में, नौ बजे अंग्रेजी में, सुबह साढ़े 10 बजे हिंदी और पौने 12 बजे फिर अंग्रेजी में प्रार्थनाएं होंगी। इस दौरान केवल 50 व्यक्ति उपस्थित होंगे।
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