कूड़ा निस्तारण संघर्ष समिति नॉएडा की मांग एनजीटी के आदेश के अंतर्गत सेक्टर 54 डंपिंग ग्राउंड का प्रयोग बंद कर बारिश से पहले साफ़ हो मलबा

Ashish Kedia

एनजीटी द्वारा 29 मई को दिए गए आदेश के विषय में आज कूड़ा निस्तारण संघर्ष समिति नॉएडा द्वारा एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। इस दौरान इस समिति के लोगों ने आदेश की सराहना करते हुए नॉएडा प्राधिकरण से इस विषय पर जल्द से जल्द उपयुक्त कदम उठाने का निवेदन किया।
 समिति के प्रवक्ता महेश सक्सेना ने कहा कि, “आज नोएडा शहर में कुडे घर की समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है। जो कि नोएडा प्राधिकरण की 40 वर्षों से चली आ रही गलत नीतियों का ही नतीजा है। आज नोएडा प्राधिकरण शहर के बीचों.बीच सेग्रीगेशन की आड़ में ग्रीन एरिया व पार्को में कूड़े को डालकर इस सुंदर शहर को बर्बाद करना चाहते हैं। नोएडा का फेफड़ा कहे जाने वाला ग्रीन एरिया सेक्टर.54 इसी का एक जीता जागता उदाहरण है”।
उन्होंने पिछले महीने के अंत में आए कोर्ट आर्डर के बारे में बताते हुए कहा की, ” नोएडा की शांतिप्रिय जनता ने एकजुटता दिखाते हुए कोर्ट का रास्ता अपनाया जिसमें नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ;एन जी टी नई दिल्ली ने नोएडा प्राधिकरण को उपयुक्त कदम उठाने का आदेश दिया। इसमें कहा गया है की नॉएडा प्राधिकरण  सेक्टर.54 ग्रीन एरिया में डाले जा रहे अवैध मलबे को न डालें। साथ.साथ जो अब तक कूड़ा नोएडा प्राधिकरण ने डाल दिया है उसको तुरंत उठाने का भी आदेश दिया है।ष इस कार्यवाही हेतु एनजीटी दिल्ली ने नोएडा प्राधिकरण को 10 दिन का समय दिया है” .
इस बारे में अपनी मांगों को सामने रखते हुए समिति के सदस्यों ने कहा की हमारी नोएडा प्राधिकरण से मांग है कि कोर्ट के आदेश को मानते हुए नोएडा प्राधिकरण इस कूड़े को तुरंत उठाए नहीं तो आने वाली बारिश से मलवे में पानी भरने पर नौएडा शहर में  महामारी जैसी हालत पैदा हो जाएंगे। इसलिए नोएडा प्राधिकरण को तुरंत आज से ही उस मलवे  को सेक्टर.54 से उठाने का काम प्रारंभ कर देना चाहिए।
सेक्टर.54 ग्रीन एरिया में हजारों पेड़ पिछले 40 वर्षों से नोएडा प्राधिकरण व समाज सेवी संगठनों  द्वारा लगाए गए जोकि आज नोएडा शहर के वातावरण को स्वच्छ रखने में अपनी अहम व मुख्य भूमिका ही नहीं निभा रहे। बल्कि अनेकों सेक्टर समेत रिहायशी इलाकों, औद्योगिक इलाकों और गांवों में रहने वाले लाखों लोगों को ऑक्सीजन भी प्रदान कर रहे हैं ।
हम सबको मिलकर इस ग्रीन एरिया को बचाने की मुहिम में साथ आना चाहिए और हमें उम्मीद ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि आप इस जीवनदायिनी ग्रीन एरिया को बचाने में अपनी अहम तथा महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
इस प्रेस वार्ता में एनजीटी न्यायालय में अपना पक्ष रखने वाले एम एम शर्मा, डॉ दिनेश शर्मा,  कमांडर रनवीर सिंह, महेंद्र अवाना, संजय मावी अध्यक्ष ५६ए, अनिल सिंह अध्यक्ष ५३ और गणेश शंकर त्रिपाठी समेत अनेकों लोग उपस्थित रहे।
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