नई दिल्ली :- कांग्रेस ने अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार को घेरा है। दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस से बात करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा की पिछले 6 साल से मोदी सरकार ने न सिर्फ भारत की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी, बल्कि आम आदमी को धोखे दिए हैं।
बैंकों के आगे लंबी कतारें, अपना ही पैसा न निकाल पाने की बेबसी और मोदी सरकार का ‘चोरी और ऊपर से सीनाजोरी’ का रवैया। देश को किस बात की सजा दी जा रही है?
साथ ही उन्होंने कहा कि कर्ज के संकट में फंसे यस बैंक को बचाने के लिए सरकार ने देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई और बीमा कंपनी एलआईसी का दरवाजा खटखटाया है।
इन दोनों कंपनियों के नेतृत्व वाला कंसोर्टियम यस बैंक में बड़ी हिस्सेदारी खरीदकर पूंजी लगा सकता है। इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक एसबीआई और एलआईसी मिलकर कैश के संकट से जूझ रहे यस बैंक में 49 फीसदी हिस्सेदारी ले सकते हैं।
यही नहीं भारतीय स्टेट बैंक के बोर्ड ने भी गुरुवार को मीटिंग कर यस बैंक में निवेश को मंजूरी दे दी है। गुरुवार को देर शाम एसबीआई के बोर्ड ने सेबी को भी जानकारी दी है।
एसबीआई बोर्ड ने बताया, ‘गुरुवार की शाम को यस बैंक से जुड़े मसले पर बोर्ड की मीटिंग में चर्चा हुई। यस बैंक में निवेश को मीटिंग में सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई है।’
गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने यस बैंक के बोर्ड को भंग कर दिया है और अपने प्रशासक के तौर पर प्रशांत कुमार को नियुक्त किया है।
प्रशांत कुमार फिलहाल एसबीआई के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर भी हैं। इसके साथ ही आरबीआई ने यस बैंक से ग्राहकों के एक महीने में 50,000 रुपये से ज्यादा की निकासी पर रोक भी लगा दी है।