केजरीवाल सरकार की नई रणनीति, जिला प्रशासन ने माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर काम किया शुरू
Rohit Sharma
नई दिल्ली : लॉकडाउन 2.0 की अवधि खत्म होने में अब सिर्फ तीन दिन शेष हैं , इसके बाद देश के कुछ हिस्सों में राहत मिल सकती है, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में फिलहाल यह संभव नहीं है। क्योंकि, दिल्ली का नक्शा पूरी तरह लाल है।
40 दिन के दो लॉकडाउन के बाद भी राजधानी में कोरोना वायरस शांत नहीं हुआ है। सूत्रों का कहना है कि अब तीसरे लॉकडाउन और नई रणनीति के साथ जीरो से एक बार फिर कोरोना को हराने की तैयारी है। सभी जिला प्रशासन ने माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर काम शुरू कर दिया। सैंपल रिपोर्ट जल्द मिलने के लिए लैब की संख्या बढ़ाने पर काम जारी है।
कोरोना वायरस के चलते देश में 25 मार्च और 15 अप्रैल को क्रमश: लॉकडाउन का पहला और दूसरा चरण शुरू हुआ था। पहले चरण में निजामुद्दीन स्थित मरकज से निकले तब्लीगी जमातियों ने दिल्ली के नक्शे का रंग ही बदल डाला था। जमातियों के संक्रमित मिलने का सिलसिला पूरे चरण में देखने को मिला, लेकिन 14 अप्रैल को जब लॉकडाउन 2 की घोषणा हुई तो इसके बाद 14 से 20 अप्रैल के बीच स्थिति काफी हद तक सुधरी हुई नजर आई।
इसी बीच दिल्ली में जांच का दायरा भी राष्ट्रीय स्तर पर सबसे ऊपर पहुंच गया था। 10 हजार सैंपल इसी अवधि में लिए गए थे और नए संक्रमित मिलते चले गए। जब देश में पहले लॉकडाउन की शुरुआत हुई तब दिल्ली में कोरोना के सिर्फ 35 पॉजिटिव मरीज थे, लेकिन लॉकडाउन के दूसरे चरण की जब घोषणा हुई तब दिल्ली में कुल मरीजों की संख्या 1541 पहुंच चुकी थी।
अभी यह चरण पूरा होने में तीन दिन शेष हैं और दिल्ली में कुल संक्रमितों की संख्या 3314 हो गई है। इस संख्या में बढ़ोतरी के पीछे सबसे बड़ा कारण नॉन कोविड अस्पतालों के स्वास्थ्य कर्मचारियों का संक्रमित होना, शव प्रबंधन पर लापरवाही, सुरक्षा जवानों का संक्रमित मिलना और कंटेनमेंट जोन बड़ा होने के अलावा जांच रिपोर्ट मिलने में देरी आदि शामिल हैं।
स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि दिल्ली में तीसरा लॉकडाउन दो से तीन सप्ताह का हो सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेषज्ञों से सलाह लेने के बाद दिल्ली सरकार ने इसकी तैयारी भी कर ली है। दिल्ली सरकार की कोविड प्रबंधन को लेकर गठित कमेटी का भी यही सुझाव है। हालांकि, तीसरा लॉकडाउन किस तरह लागू होगा? किसे छूट मिलेगी और किसे नहीं? यह आने वाले दिनों में ही पता चल सकेगा।