डीडीए द्वारा संत रविदास मंदिर तोड़े जाने पर दिल्ली सरकार के मंत्री ने पीएम मोदी से लगाई न्याय की गुहार

Rohit Sharma / Rahul Kumar Jha

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दिल्ली में स्थित तुगलकाबाद में प्राचीन गुरु रविदास मंदिर को तोडे़ जाने पर हर राज्य में दिल्ली डेवलपमेंट अथारिटी और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। वही पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गुरु रविदास मंदिर और समाधि को ढहाने से बिरादरी में पैदा हुए तनाव को सुलझाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी से निजी दखल देने की मांग की है।


वही दूसरी तरफ आल इंडिया धर्म संस्थान के संत सुखदेव महाराज की अध्यक्षता में दिल्ली के जंतर मंतर में राष्ट्रीय स्तर पर 21 अगस्त को विशाल रैली का आयोजन कर विरोध किया जाएगा।

आपको बता दे कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली के तुगलकाबाद स्थित मंदिर को गिराया गया है। जिसको लेकर इलाके में कानून व्यवस्था खराब न हो, इसलिए इस इलाके में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। बताया जा रहा है कि इस जमीन को लेकर काफी समय से कोर्ट में मामला चल रहा था।

दरअसल, इस खास समुदाय के लोगों का कहना है कि ये धर्मस्थल करीब 500 साल पुराना है। जिसे उनके धर्म गुरुओं ने बसाया था , जमीन करीब 12 बीघा के आसपास है। जिसके एक हिस्से में उनका एक छोटा-सा धर्मस्थल बना हुआ है। डीडीए ने इसे अपने अधीन ले लिया था और चारो तरफ बाउंड्री बनवा दी थी, हालांकि धर्मस्थल पर जाने का रास्ता छोड़ दिया था। इस जमीन को लेकर डीडीए से उनका विवाद चल रहा था।

वही इस मामले में दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि देश में करोड़ों लोग संत रविदास जी को मानते हैं , हमने इस मामले में पीएम को पत्र लिखा है। उनसे पत्र के माध्यम से कहा है कि दिल्ली में मंदिर और मूर्ति को पुनः स्थापित किया जाए।

वही आप पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सभी कोर्ट में यह मुकदमा डीडीए ने लड़ा है। डीडीए दुनिया मे जमीन बांट रहा है, 100 गज जमीन देने को नहीं है , वही इस मामले में बीजेपी के नेता चुप बैठे हैं, दिल्ली सरकार मामले में सीधे पार्टी नहीं है।

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