एनसीआर में वायु गुणवत्ता हुई बेहद गंभीर, कभी भी लग सकती है ‘इमरजेंसी’
ABHISHEK SHARMA
मंगलवार की सुबह एक बार फिर स्मॉग के साथ हुई। सुबह लोगों को वाहनों की लाइटें जलाकर गुजरना पड़ा। सोमवार के बाद मंगलवार को भी नोएडा-ग्रेटर नोएडा समेत दिल्ली एनसीआर की आबोहवा गंभीर श्रेणी में रिकॉर्ड की गई।
एनसीआर में सुबह-सुबह घनी धुंध छाए रहने के साथ ही सूरज आसमान से नदारद रहा और इसके साथ ही वायु गुणवत्ता ‘आपात’ स्तर के बेहद करीब पहुंच गई।
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार दिल्ली के कई स्थानों पर निगरानी केन्द्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 500 के पास ही दर्ज किया गया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सुबह दृश्यता केवल 300 मीटर थी, जिससे यातायात काफी प्रभावित हुआ। दिल्ली में सबुह 9 बजे एक्यूआई 487 दर्ज किया गया, जो कि ‘गंभीर श्रेणी में आता है।
वायु गुणवत्ता सूचकांक फरीदाबाद में 474, गाजियाबाद में 476, नोएडा में 490, ग्रेटर नोएडा में 467, गुरुग्राम में 469 दर्ज किया गया। दिल्ली में लगातार छठे दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया।
वहीं दिल्ली-एनसीआर में सुबह आठ बजे पीएम2.5 का स्तर 605 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था, जो सुरक्षित सीमा 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से 10 गुना अधिक है। सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार सबुह आठ बजे पीएम10 का स्तर 777 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया।