10-11 जनवरी को होगा दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन , 25 देशों के प्रतिनिधि लेंगे भाग 

Rohit Sharma (Photo-Video) Lokesh Goswami Tennews New Delhi :

नई दिल्ली :– विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष्य पर मशहूर हंसराज कॉलेज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में  10 एवं 11 जनवरी 2020 को द्विदिवसीय अंतराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन का आयोजन करने जा रहा है । इस सम्मेलन में लगभग 25 देशों के प्रतिनिधि, वक्ता व शोधार्थी भाग लेंगे। इसके साथ ही भारत के विभिन्न प्रदेशों के प्राध्यापक, विद्यार्थी, साहित्यकार प्रतिभागी के रूप में शामिल होंगे।

आपको बता दे कि हंसराज कॉलेज ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए कॉलेज के बाहर यह कार्यक्रम करने का निर्णय लेकर एक कीर्तिमान स्थापित किया है,  जिसका उद्देश्य हिंदी भाषा को वर्तमान साहित्यिक विमर्श की एक मजबूत कड़ी बनाना है। यह सम्मेलन हिंदी की दशा और दिशा को नए संदर्भों से जोड़ने में निश्चित ही सफल होगा ।देश और विदेश के हिंदी प्रेमी एक साथ बैठकर हिंदी के संदर्भ में अपने विचार रखते हुए उसके स्वर्णिम भविष्य की बुनियाद रखेंगे।

खासबात यह है कि शिक्षा के लिए विख्यात डी.ए.वी. संस्था से सम्बद्ध दिल्ली विश्विद्यालय का हंसराज कॉलेज बहत्तर वर्षों से लगातार शैक्षणिक कीर्तिमान बनाने के साथ ही साहित्यिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए देशभर में जाना जाता है।

साहित्य, कला, संस्कृति, सिनेमा, पत्रकारिता, राजनीति आदि क्षेत्रों में हंसराज महाविद्यालय के छात्र महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। भारतीय संस्कृति, शिक्षा एवं मानवीय मूल्यों के उन्नयन के क्षेत्र में अनेक महत्वपूर्ण आयोजन कॉलेज द्वारा किए जा रहे हैं। युवा पीढ़ी को शिक्षित करने के साथ-साथ समकालीन चुनौतियों का सामना करने के लिए समय-समय पर अनेक राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों, कार्यक्रमों, परिचर्चाओं का आयोजन किया जाता है।

नई दिल्ली के विज्ञानं भवन में होने वाले अंतराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन को लेकर हंसराज कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉ रमा से टेन न्यूज़ की टीम ने खास बातचीत की | प्रधानाचार्य डॉ रमा ने कहा की हिंदी आज देश ही नहीं दुनिया की सर्वाधिक प्रमुख भाषा के रूप में प्रतिष्ठित है | हिंदी भारतीय संस्कृति और परंपरा की वाहक रही है , दुनिया भर में फैले भारतवंशी प्रवासियों ने इसे और भी सुदृढ़ और सशक्त बनाने का कार्य किया है |

साथ ही उनका कहना है की वैश्वीकरण के बाद तकनीक के बढ़ते प्रयोग और प्रभाव ने हिंदी को और भी गतिशील एवं प्रभावशाली बनाया है | हिंदी भाषा अपने विविध आयामों के साथ जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में पहले से कहीं अधिक दखल रखती है | सिनेमा , न्यू मीडिया , अनुवाद,  राजभाषा,  प्रदर्शनकारी कला,  लोक प्रशासन,  विज्ञापन,  बाजार एवं पत्रकारिता , ज्ञान -विज्ञान,  लोकसाहित्य,  लोकप्रिय साहित्य , पर्यावरण सहित सभी समकालीन विषयों और क्षेत्रों में जारी चर्चा-परिचर्चा और संवाद आज प्रमुख रूप से हिंदी भाषा और माध्यम में होती दिखाई दे रही है |

इसी को नए उत्कर्ष तक ले जाने के ध्येय से हंसराज कॉलेज द्वारा 10-11 जनवरी 2020 को विश्व हिंदी दिवस के सुअवसर पर अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है| जिसका केंद्रीय विषय नई दुनिया , नया भारत,  नई हिंदी रहेगा | साथ ही उन्होंने कहा की इस सम्मेलन का आयोजन हंसराज कॉलेज और महान कवि जयशंकर प्रसाद फाउंडेशन मिलकर करा रहा है | इस सम्मेलन के जरिए देश-विदेश के हिंदी प्रेमी विद्वान विशेषज्ञ के माध्यम से हिंदी भाषा के विविध आयामों पर व्यापक विचार विमर्श एवं संवाद का वातावरण निर्मित करने की कोशिश होगी | इसके साथ ही हिंदी के प्रचार-प्रसार में अपना विशेष भूमिका निभाने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के योगदान एवं सक्रियता को भी रेखांकित किया जाएगा।

साथ ही डॉ रमा ने बताया की सम्मेलन का केंद्रीय विषय नई दुनिया , नया भारत,  नई हिंदी है|  वही उसका उप विषय डिजिटल दुनिया , डिजिटल हिंदी , हिंदी शिक्षण का वैश्विक परिदृश्य , न्यू मीडिया बनाम नव संस्कृति , हिंदी सिनेमा और गीत-संगीत का वैश्विक परिदृश्य , हिंदी अनुवाद:स्थिति और चुनौतियां , लोक प्रशासन और भारतीय भाषाएं ,  हिंदी भाषा और साहित्य:इस पार उस पार,  हिंदी का प्रसार और प्रदर्शनकारी कला , राष्ट्र निर्माण में भाषा का महत्व और राजभाषा हिंदी,  हिंदी का बाजार एवं उद्यम संवाद,  विज्ञापन की दुनिया और हिंदी , हिंदी प्रकाशन :सरोकार और चुनौतियां रहेगी |

आपको बता दें कि इस सम्मेलन में भागीदारी के इच्छुक प्रतिनिधि पंजीकरण शुल्क का भुगतान कर //bit.ly/32VIUIP लिंक पर जाकर निर्दिष्ट फॉर्म को भर कर अपना पंजीकरण करवा सकते हैं | पंजीकरण की अंतिम तारीख 10 दिसंबर 2019 है|

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