नई दिल्ली :– कृषि कानून के मसले पर आज एक बार फिर सरकार और किसान संगठनों के बीच वार्ता होने जा रही है। आपको बता दें कि ये वार्ता 6 चरण की है , इससे पहले 5 बार वार्ता हो चुकी है ।
वही आज की वार्ता के लिए किसान विज्ञान भवन पहुँच चुके है , थोड़ी ही देर में वार्ता शुरू होगी। वही पिछले करीब सवा महीने से किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर डेरा जमाया हुआ है और कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. आज होने वाली बातचीत से कुछ निष्कर्ष निकलने की उम्मीद है, हालांकि सरकार कानून वापस लेने से इनकार कर चुकी है।
वार्ता से पहले किसान यूनियन (दाओबा) के मंजीत सिंह ने कहा कि अगर सरकार चाहती है कि आंदोलन खत्म हो, तो उन्हें तीनों कानून वापस लेने चाहिए. पीएम कहते हैं कि सरकार किसानों के साथ है, तो उन्हें हमारी मांग माननी चाहिए. किसान संगठनों का कहना है कि उन्हें कोई संशोधन नहीं चाहिए बल्कि कानून वापस होने चाहिए।
सरकार से बातचीत से पहले किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि हमें उम्मीद है सरकार को कुछ ज्ञान प्राप्त हुआ होगा. हमारा रुख सरकार की वजह से अड़ियल हुआ है, ये किसान सिर्फ कारोबारियों के फायदे वाला है. हम सिर्फ कानून वापसी पर चर्चा करेंगे. हमारी ओर से अब 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली निकालने की तैयारी की जा रही है। किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि सरकार कानून वापस नहीं लेगी तो प्रदर्शन खत्म नहीं होगा. सरकार को कानून वापस लेना ही पड़ेगा, संशोधन पर बात नहीं बनेगी।
केंद्रीय मंत्री सोमप्रकाश का कहना है कि उन्हें उम्मीद है आज ही किसान आंदोलन खत्म हो जाएगा. सरकार किसानों के साथ खुले मन से बात कर रही है, जो भी सुझाव आएंगे उसपर विचार किया जाएगा।